जोधपुर, 29 नवंबर।
शहर के रातानाडा थाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र चौधरी और उनकी पत्नी सीमा चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार गोविंद सिंह रतनू ने थाने में लिखित शिकायत दी कि जालौर में महिला एवं बाल अपराध शाखा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात नरेंद्र चौधरी और उनकी पत्नी सीमा चौधरी के नाम से भाटी चौराहे मैं पिछले कई वर्षों से अर्जुन क्लासेज नाम की कोचिंग संस्था का संचालन किया जा रहा है। यह संस्था विद्यार्थियों को भर्ती परीक्षा में निश्चित सफलता के नाम से प्रलोभन देकर गारंटी बेच के नाम पर लाखों रुपए लिए जाते हैं एवं पास नहीं होने पर उन्हें राशि लौटाने से इंकार कर दिया जाता है। परिवादी ने शिकायत में आरोप लगाया कि नियमित कक्षाएं नहीं लगने एवं अनुभवी शिक्षकों के अभाव में परीक्षार्थियों को परीक्षा में असफलता मिलती है और जब वह अपनी जमा राशि वापस लेने के लिए जाते हैं तो उन्हें कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा रहा। कई विद्यार्थियों को फीस वापस देने के नाम पर जो चैक दिए गए, वह चेक भी अनादरित हो गए। प्रार्थी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से लगातार इस तरह के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। गोविंद सिंह की रिपोर्ट के आधार पर रातानाडा थाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र चौधरी और उनकी पत्नी सीमा चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420 के तहत धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराया गया है।
एसीबी डीजी के निर्देश पर हुई कार्रवाई
परिवादी गोविंद सिंह ने बताया कि वह पिछले 4 वर्षों से कई बार इस संबंध में पुलिस थाने में शिकायत दे चुके हैं , लेकिन इसके बावजूद भी आरोपियों की ऊंची रसूखात होने के कारण उनके खिलाफ ना तो मामला दर्ज किया जा रहा है और ना ही कोई कार्रवाई हो रही है। एसीबी डीजी की ओर से की गई जनसुनवाई में यह मामला सामने आने के बाद बीएल सोनी ने पुलिस कमिश्नर से इस मामले में रिपोर्ट मांगी। एसीबी डीजी के हरकत में आने के बाद रातानाड़ा थाना पुलिस ने सोमवार को नरेंद्र चौधरी और सीमा चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
कई पीड़ित आ सकते हैं सामने
नरेन्द्र चौधरी व उनकी पत्नी सीमा चौधरी के ख़िलाफ़ रातानाडा थाने में मामला दर्ज होने के बाद अब और भी कई पीड़ित सामने आ सकते हैं। परिवादी ने बताया कि अब तक सैकड़ो युवकों से लाखों रुपए की ठगी की जा चुकी है, लेकिन पुलिस अधिकारी होने के कारण उनके खिलाफ कोई भी शिकायत नहीं दे पा रहा था। अब थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद भी अपनी रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं।
पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान
एसीबी डीजी बीएल सोनी के निर्देश पर रातानाड़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया लेकिन मामले की जांच और पुलिस की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं। अब तक कई बार चौधरी के खिलाफ कई बार शिकायते आ चुकी है तो आखिर पुलिस के अधिकारियों ने इनके खिलाफ मामला दर्ज क्यों नहीं किया, इसका कोई ठोस कारण नजर नहीं आता है। वही अब यदि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तो मामले का निष्पक्ष अनुसंधान होगा, इस पर भी संदेह हैं।