- अभिभावकों और विहिप के कार्यकर्ताओं ने जमकर किया विरोध
- महेश पब्लिक स्कूल के बाहर किया हनुमान चालीसा का पाठ
जोधपुर, 16 दिसंबर।
शहर के पहला पुलिया स्थित महेश पब्लिक स्कूल के बच्चों को अभिभावकों की बिना अनुमति के चर्च ले जाने का मामला सामने आया है। बच्चों को चर्च ले जाने की जानकारी मिलते ही स्कूल के बाहर अभिभावक और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता एकत्रित हो गए और जमकर हंगामा किया, आखिरकार महेश स्कूल प्रशासन ने अपनी गलती मानी और लिखित में माफी नामा प्रस्तुत करते हुए भविष्य में अभिभावकों की अनुमति से ही बच्चों को स्कूल से बाहर ले जाने की बात कही, जिसके बाद विवाद शांत हुआ। दोपहर स्कूल के अवकाश के बाद जब अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल लेने पहुंचे तो बच्चों ने अभिभावकों को चर्च ले जाने की जानकारी दी। इस बात को लेकर अभिभावक आक्रोशित हो गए, थोड़ी देर में सोशल मीडिया पर इस बात की चर्चा होने के बाद विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यकर्ता भी स्कूल के बाहर पहुंच गए और स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। सूचना पर देव नगर थाना पुलिस भी स्कूल पहुंची। अभिभावकों का कहना था कि नियमानुसार बच्चों को स्कूल परिसर से बाहर ले जाने से पहले उनकी अनुमति लेना अनिवार्य है। हम कतई नहीं चाहते कि हमारे बच्चे चर्च जैसी जगह पर जाए, विहिप के प्रांत महामंत्री महेंद्र सिंह राजपुरोहित ने कहा कि भारत देश संतों का देश है सांता का नहीं। इस तरह बच्चों को बिना अभिभावकों की अनुमति के चर्च में ले जाना और वहां होली वाटर से बच्चों को अशुद्ध कर प्रार्थना करवाना कतई भी सही नहीं है और विश्व हिंदू परिषद इसे सहन नहीं करेगा। उन्होंने शहर के अन्य स्कूल संचालकों को भी चेतावनी दी कि यदि भविष्य में इस तरह की घटनाएं हुई तो विश्व हिंदू परिषद इसका कड़ा विरोध करेगा। वही स्कूल प्रशासन इसे सह शैक्षणिक गतिविधि बताया। काफी देर प्रदर्शन के बाद स्कूल प्रशासन ने लिखित में अपनी गलती मानी और भविष्य में बिना अभिभावकों की अनुमति के बच्चों को नहीं ले जाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद अभिभावक शांत हुए।