जोधपुर। भूंगरा गांव में 8 दिसंबर को शादी समारोह के दौरान हुए गैस ब्लास्ट कांड में बीती देर रात्रि को सरकार और मृतकों के परिजनों लिये पर्याप्त सहायता राशि और सरकारी नौकरी के लिये चल रहे आंदोलन में समझौता होने के बाद देर रात मृतकों के पोस्टमार्टम कार्यवाही की गई।
महात्मा गांधी अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती कराये गये अब तक 35 मृतकों में से 10 के शव एमजीएच अस्पताल की मोर्चरी में रखे हुए थे और राजपूत समाज और सर्व समाज मृतकों के परिजनों को राहत दिलाने के लिये चार दिन से आंदोलनरत था जिसके बाद कल रात को सरकार ने इस मामले में 17-17 लाख रूपये की सरकारी स्तर पर आर्थिक सहायता, गैस एजेंसियों से भी बीमा राशि और हादसे में ध्वस्त हुए मकानों के पुननिर्माण में सहयोग का आश्वासन के साथ मृतकों के परिजनो में शेष रहे लोगों के शिक्षा, नौकरी की व्यवस्था की थी। इस हादसे में अब महिला पुरूषों एवम बच्चो सहित 35 की मौत हो चुकी है और 15 मरीज अभी तक
भी अस्पताल में भर्ती है जिसमे से तीन की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मारवाड़ में घटित इस विभित्स गैस ब्लास्ट हादसे को लेकर जहां समाजसेवियों ने भी बढ चढकर झुलसे लोगों के इलाज के लिये सरकारी और प्राईवेट स्तर पर मदद के लिये हाथ आगे बढाये तो सरकारी स्तर पर भी विशेष इलाज की व्यवस्था की गई है। देर रात तक चले पोस्टमार्टम कार्यवाही के बाद दस मृतकों के शव परिजनों को सुपुर्द किये गये जिनका आज भूंगरा और आसपास के गांवों में उनका अंतिम संस्कार किया गया