नौ मील में अवैध गैस रिफिलिंग पर कार्रवाई में रसद विभाग बरत रहा ढिलाई
- 9 मील स्थित माहेश्वरी किराणा स्टोर के गोदाम से जब्त किए थे 17 गैस सिलेंडर
- रसद विभाग ने अभी तक दर्ज नहीं करवाया मुकदमा
जोधपुर। पिछले दिनों में जोधपुर जिला कीर्ति नगर और शेरगढ़ के भूंगरा में हुए हादसों से काफी दहल सा गया था। शेरगढ़ के भूंगरा में हुआ हादसा एक विवाह समारोह में गैस लीकेज के कारण हुआ था, लेकिन कीर्ति नगर में हुआ हादसा अवैध रिफिलिंग की वजह से हुआ था। कीर्ति नगर में हुए हादसे के बाद प्रशासन पर कुछ दिनों तक अवैध रिफिलिंग वालों पर कार्रवाई करने का रंग चढ़ा नजर आया था, लेकिन अब वह रंग फीका पड़ चुका है। बता दें कि कीर्ति नगर हादसे के बाद अवैध रिफिलिंग करने वालों की संख्या में कमी जरूर हुई थी, लेकिन अब यह मामले फिर से बढ़ चुके हैं। अब शहर भर में अवैध गैस रिफिलिंग का काम जमकर हो रहा है, लेकिन इस ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। प्रशासन की ओर से इक्का-दुक्का कार्रवाई जरूर की जाती है, लेकिन उसमें भी ढिलाई बरती जाती है।
नौ मील में कार्रवाई, 17 सिलेंडर सहित कांटा और रिफिलिंग पिन ज़ब्त
मंडोर थाना पुलिस को 9 मील स्थित माहेश्वरी किराना स्टोर के गोदाम में अवैध रिफिलिंग के सिलेंडरों की सूचना मिली। इस सूचना पर 10 फरवरी को पुलिस मौके पर पहुंची, जहां रामकिशोर सोनी माहेश्वरी की नौ मील स्थित किराणा की दुकान के पिछे एक गोदाम में एचपी कंपनी के 17 घरेलू एवं कॉमर्शियल गैस सिलेण्डर जो कि, भरे हुए गैस सिलेंडरों में निप्पल लगाकर दूसरे गैस सिलेंडरों से अवैध रूप से गैस रिफलिंग का कार्य में प्रयुक्त होने के हालात पाये गयें। जिस पर पुलिस ने उक्त दुकान को सील कर जिला रसद अधिकारी कार्यालय को सूचित किया। जिला रसद कार्यालय की टीम ने महज अवैध गैस रिफिलिंग करने में प्रयुक्त घरेलू कमर्शियल सिलेंडर तथा गैस रिफलिंग में प्रयुक्त इलेक्ट्रिक कांटा, गैस रिफलिंग पिन इत्यादि सामग्री जब्त कर कार्यवाही की गई। जब्तशुदा गैस सिलेंडर ज्वलंतशील पदार्थ होने से नजदीकी गैस एजेंसी को सुपर्द किये गये।
नाममात्र की कार्रवाई में भी ढिलाई
कीर्ति नगर में हुए हादसे के बाद पुलिस प्रशासन एवं रसद विभाग अचानक से चेता था और उनके द्वारा लगातार कार्रवाई देखने को मिली थी। लेकिन समय बीतने के साथ ही साथ रसद विभाग भी मौन हो गया और पुलिस द्वारा भी अब कोई कार्यवाही नजर नहीं आ रही है। दोनों ही महकमों द्वारा अब सिर्फ नाममात्र की कार्रवाई देखने को मिल रही हैं। उसमें भी रसद विभाग की ओर से ढिलाई देखने को मिल रही है। बता दें कि नौ मील में किराना व्यावसायी के गोदाम में 17 सिलेंडर मिलने के बाद भी अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। रसद विभाग द्वारा प्रक्रिया और अधिनियमों का हवाला देकर ढिलाई बरती जा रही है। जबकि ऐसे गंभीर मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई संज्ञान में लानी चाहिए थी, ताकि अन्य ऐसे अवैध कारोबारियों को सबक मिले और उनके हौसले बुलंद ना हो।
शहर भर में हो रही है अवैध गैस रिफिलिंग
जोधपुर शहर का ऐसा कोई क्षेत्र अछूता नहीं है, जहां पर अवैध गैस रिफिलिंग नहीं की जाती हो। कहीं पर टैक्सी एवं कार में मशीन के जरिए गैस भरी जाती है। कई जगहों पर छोटे सिलेंडर में मशीन एवं नली के द्वारा गैस भरने का काम किया जाता है। पिछले कुछ दिनों से शहर भर में अवैध गैस रिफिलिंग के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इधर इक्का-दुक्का कार्रवाई में भी रसद विभाग ढिलाई बरत रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों कार्रवाइयों का दौर ठप्प पड़ा हुआ है ? क्या प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है ? क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे के बाद फिर से कार्रवाई का दौर शुरू करेगा ? सवाल बहुतेरे हैं लेकिन देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस मामले में स्वप्रेरणा से संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करेगा या नहीं।
इनका कहना है
9 मील किराणा व्यावसायी के गोदाम से 17 सिलेंडर ज़ब्त किए गए थे। विभाग की निर्धारित प्रक्रिया करके जिला कलेक्टर को भेजा जाएगा। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
प्रमोद सीरवी, जिला रसद अधिकारी, जोधपुर।