जोधपुर । इष्टदेव भगवान झूलेलाल के उपासक महंत बाबा शंकरदास चंगलानी के निधन के बाद कई पंचायतों, संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, कथा वाचकों ने शोक प्रकट किया है। बाबा शंकरदास दस साल की उम्र में ही प्राचीन मन्दिरो में सेवा कार्यों में जुट गए थे। सर्वप्रथम दीवानों की हवेली में प्रारंभ चैटीचंड मेले से सेवाएं शुरू की। बाद ने सोजती गेट प्राचीन झूलेलाल मंदिर में लंबे अर्से तक जुड़े रहे।वे पचास वर्षों से अधिक समय तक अपनी सेवाए देते रहे। सिन्धी बहुल चो हा बोर्ड में सर्वप्रथम मेले का शुभारंभ बाबा चंगलानी के नेतृत्व में सन 1997 में किया गया। उन्होंने नूतन वर्ष के झुलेलाल पंचांग को प्रकाशित कर खूब प्रचार प्रसार किया। साथ ही समाज के अनेक संगठनो से जुड़े थे ।
वे हमेशा समाज के विकास के लिए काम करते रहे। उनके सन्निधिय में असू चंड, संत नामदेव मेला, चालिया महोत्सव, जनेऊ संस्कार, साईं टेऊंराम मंदिर, सिन्धी गुरुसंगत दरबार सहित कई धार्मिक स्थलों पर मैलो का आयोजन किया गया।
उनको श्रद्धांजलि देने हेतु सिन्धु सेवा केंद्र में शोक सभा रखी गई इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे,पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी,विश्व हिन्दू परिषद द्वारा पत्र भेजकर व समाज सेवी राम तोलानी, लक्ष्मण खेतानी,मुरली गंगवानी,गोपी जनवानी,महेश खेतानी,बाबा जयरामदास, बाबा हरीश तोलानी, विधायक सूर्यकान्ता व्यास,पूर्व सांसद जसवंत सिंह विश्नोई, उपमहापौर किशन लढ़ा,भाजपा नेता मेघराज लोहिया,महेंद्र राठौड़,देवेन्द्र सालेचा,नरेंद्र कच्छवाह, जगतनारायण जोशी,महेंद्र मेघवाल,जयप्रकाश राखेचा,रमेश खटवानी,आनंद सिंह सोलंकी,मधुसूदन मेघवाल,मनमोहन सिंह वालेचा, पार्षद पायल जान्यानी,नरेंद्र फ़ितानी,राजकुमार आसुदानी, कु.जाफरान,दीपक माथुर वह कई समाजजन द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई।