राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा आज से आंदोलन का आगाज करते हुए जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर धरना दिया वही बुधवार से क्रमिक धरना प्रारंभ किया जायेगा राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति जोधपुर के संयोजकों ने संयुक्त बयान जारी करके बताया कि राजस्थान नर्सेज की 11 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व में विभिन्न संगठनों ने ज्ञापन, प्रदर्शन के माध्यम से सरकार का ध्यानाकर्षण करके निराकरण की मांग की गयी थी, लेकिन सरकार द्वारा मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं करने के कारण सभी प्रमुख संगठनों ने मिलकर राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति का गठन करके आंदोलन की शुरूआत की हैं।
संघर्ष समिति संयोजक पीयूष ज्ञानी ने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में सभी जिलों में अनिश्चितकालीन क्रमिक धरना देने का निर्णय लिया गया। इसी कड़ी में जोधपुर नर्सेज की ओर से आज जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एवं 19 जुलाई से मथुरादास माथुर अस्पताल में क्रमिक धरना प्रारंभ किया जायेगा।
राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के संरक्षक अशोक चौधरी एवं सुरेश परिहार ने बताया कि नर्सेज की प्रमुख मांगों वेतन भत्तों की विसंगति दूर कर केंन्द्र एवं दिल्ली के समान करने, समस्त नर्सिंग संवर्ग के कैडर का पुनर्गठन करने, एएनएम एवं नर्सिग ट्यूटर्स का पदनाम परिवर्तन करने, संविदा सेवा से नियमित हुए नर्सिंग कार्मिकों की संविदा सेवाकाल का नौशनल लाभ देकर सेवाकाल की गणना करना, स्वतंत्र नर्सिंग निदेशालय की स्थापना करना, नर्सिंग संवर्ग के सभी कार्मिकों की समयबद्ध पदोन्नति सुनिश्चित करने, नर्सिग ट्यूटर एवं नर्सिंग ऑफिसर का पद राजपत्रित किया जाकर प्रिंसिपल को आहरण वितरण अधिकार देने, नर्सिग कार्मिकों का ड्रेस कोड बदला जावे एवं जॉब चार्ट के अनुसार ही कार्य कराने, सेवारत विभागीय उच्च योग्यताधारी बीएससी / एमएससी नर्सिंग को दो / तीन अतिरिक्त वार्षिक वेतन वृद्धि देने, वर्तमान ए.सी.पी. वर्ष 9-18-27 को चिकित्सकों के समान 6-12-18-24 लागू करने, नर्सिंग कार्मिकों की प्लेसमेंट एजेंसी एवं संविदा भर्ती पर रोक लगाई जाकर यूटीबी / एनएचएम / आरएमआर / आएमआरएस / प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा लगे हुए नर्सेज को नियमित करने एवं इनका संविदाकाल में वेतनमान न्यूनतम 37800 करने आदि मांगों को लेकर नर्सेज आंदोलनरत है।
संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक प्रीति रामदेव के नेतृत्व में ग्रामीण नर्सेज की टीमों ने ब्लॉक बावडी, भोपालगढ़, बिलाड़ा, पीपाड़ आदि का दौरा किया और नर्सेज से धरने में शामिल होने का आहवान किया।
धरने को सफल बनाने हेतु संघर्ष समिति के संरक्षक अशोक चौधरी, सुरेश परिहार, संयोजक पीयूष ज्ञानी, खेताराम चौधरी, नटवर भार्गव, सीमा जोशी, जितेन्द्र राठौड़, राजेश विश्नोई, प्रेमलता
चौधरी, इकबाल एच कायमखानी, सूर्या चौधरी, लोकेन्द्र सिंह खंगारोत, राजुसिंह राजपुरोहित, अरविन्द अपूर्वा, श्रीगोपाल व्यास, योगेन्द्रपुरी, सवाई सिंह प्रजापत, किशन सिंह राजपुरोहित, नैना चौधरी, कानाराम, रिजवान खान, तेजाराम बामणिया, चन्द्रा चौधरी, प्रताप नगर में नेहा बिस्सा के नेतृत्व में मथुरादास माथुर अस्पताल, उम्मेद अस्पताल, महात्मा गांधी अस्पताल, पावटा अस्पताल, मंडोर अस्पताल, केएन चेस्ट अस्पताल, प्रताप नगर अस्पताल, चौपासनी हाउसिंग बोर्ड अस्पताल सहित सभी अस्पतालों की नर्सेज ने बड़ी संख्या में धरने में भाग लिया