जोधपुर। नागोरी गेट स्थित मुहता जी मंदिर में श्रावक के कर्तव्यों का विवेचन करते हुए संत निपुण चंद्र सागर ने कहा कि जीवन में धर्म का मर्म जानना अति आवश्यक है। इसके लिए बाल्यकाल से ही संस्कार मिलने चाहिए। उन्होंने कहा जो अपनी संतान को शुरुआत से ही धार्मिक संस्कारों से सिंचित करते है। वही एक दिन पुष्पित एवं पल्लवित होकर विराट धर्म वृक्ष का रूप धारण करते है। जिसकी छांव में न जाने कितने ही धर्म पथिक समकित को प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा प्रत्येक धर्म आराधना समूह में होनी चाहिए। संत प्रवर ने कहा कि जन्म दिन रेस्त्रां में मनाने की बजाय सपरिवार परमात्मा की अष्ठ प्रकारी पूजा करके मनाया जाना चाहिए। ऐसे संस्कार होने चाहिए। ट्रस्ट के प्रवक्ता दिलीप जैन एवं उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह मुहता ने बताया कि आगामी रविवार को अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें परमात्मा पार्श्वनाथ एवं प्रभु महावीर के जीवन चरित्र पर आधारित प्रश्नोत्री कार्यक्रम पार्श्वनाथ मॉल लगाकर किया जाएगा। जिसमे ग्रह उपयोग में आने वाली कई वस्तुओं का डिस्प्ले किया जाएगा मॉल में सजी कोई भी उपयोगी सामग्री श्रद्धालु अपनी पसंद से प्राप्त कर सकेगा। इसके लिए उसे सामग्री पर लगे प्रश्न का सही उत्तर देना होगा। धर्म सभा का संचालन संजय मेहता ने किया।