जोधपुर, 1 अगस्त/जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कला, शिक्षा एवं समाज विज्ञान संकाय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. किशोरीलाल रैगर ने पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया है। इस पद से सेवानिवृत्त हो गए प्रो. एस.के. मीना से प्रो. रैगर ने यह दायित्व ग्रहण किया।
उल्लेखनीय है कि प्रो. रैगर देश के ख्यातिनाम दलित चिंतक हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र मे उन्होंने बी.जे.एम.सी. में स्वर्ण पदक प्राप्त कर रखने के साथ ही माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल से पत्रकारिता में पुनश्चर्या पाठ्यक्रम भी कर रखा है। पत्रकारिता में यह देश का पहला पुनश्चर्या पाठ्यक्रम था।
प्रो. के.एल. रैगर के पचास से अधिक शोध पत्र व तीन पुस्तकें (एक सम्पादित) प्रकाशित हैं। उनके द्वारा पत्रकारिता विषयक 6 शोधार्थियों सहित 37 से अधिक शोधार्थियों को पीएच.डी. के लिए अब तक निर्देशन किया जा चुका है। उन्होंने ‘पथिक आवाज’ नाम से पाक्षिक पत्र भी शुरू करने के साथ ही प्रो. सत्यनारायण के साथ ‘पोस्ट’ व ‘बखत’ में भी कार्य किया। प्रो. रैगर ‘शब्द-सेतु’ व ‘सृजन भारती’ पत्रिका के उप सम्पादक तथा विश्वविद्यालय के समाचार बुलेटिन ‘परिसर’ के सम्पादक व प्रधान सम्पादक भी रह चुके हैं।
पत्रकारिता एवं जनसंचार क्षेत्र में आपकी गहरी पकड़ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप पाठ्यक्रमों को अपडेट करने, विभिन्न रोजगारमूलक डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने तथा अनेक नवाचारों का सृजन प्रो. रैगर की प्राथमिकता में रहा है।
प्रो. के.एल. रैगर को गहरा प्रशासनिक अनुभव है। वे हिन्दी विभाग, दर्शनशास्त्र विभाग व शारीरिक शिक्षा विभाग के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी कार्य दक्षता के कारण विश्वविद्यालय ने दो बार सिण्डीकेट सदस्य मनोनीत किया है। साथ ही वे सीनेट व अकादमिक परिषद् के सदस्य भी हैं।
प्रो. रैगर के पदभार ग्रहण अवसर पर हिन्दी विभाग के प्रो. महीपाल सिंह राठौड़, डॉ. कुलदीप सिंह मीना, डॉ. प्रवीण चन्द, डॉ. प्रेम सिंह, डॉ. महेन्द्र सिंह, डॉ. फत्ताराम नायक, डॉ. कीर्ति माहेश्वरी, डॉ. विनिता चौहान, डॉ. कामिनी ओझा, डॉ. कमला चौधरी, अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. एस.के. हरित, राजस्थानी विभाग के अध्यक्ष डॉ. गजसिंह एवं डॉ. मीनाक्षी बोराणा, राजनीति विज्ञान विभाग की प्रो. कान्ता कटारिया, मनोविज्ञान विभाग के प्रो. एल.एन. बुनकर एवं साथ ही पत्रकारिता विभाग के अतिथि शिक्षक डॉ. योगेश शर्मा, डॉ. मधु बैनर्जी, श्री सवाई सिंह, श्री सचिन कुमार सहित अशैक्षणिक कर्मचारी के साथ ही विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।