आज सेव लाईफ प्रोग्राम का आयोजन राजस्थान हाई कोर्ट लाॅयरस् एसोसिएसन के अध्यक्ष सीनियर अधिवक्ता रवि भंसाली व महासचिव अधिवक्ता सुनिल जोशी द्वारा दिनांक 10 अगस्त 2023 को राजस्थान उच्च न्यायलय (नया परिसर) के डोम एरिया में दोपहर 12.45 से 2.30 बजे किया गया जिसमें सीनियर अधिवक्ता विकास बालिया, संजीव जौहरी, आनंद पुरोहित, राजेश जोशी, अधिवक्ता रंजीत जोशी सहित लगभग 400 अधिवक्ताओ ने हिस्सा लिया और सी.पी.आर की तकनीेक सीखी इसके अलावा वहां पर मौजूद पुलिसकर्मीयो ने भी सी.पी.आर के इस प्रोग्राम में हिस्सा लिया और सीखा। इस प्रोग्राम में मात्र 10-10 मिनट में प्रशिक्षकों द्वारा न्यायालय में मौजूद समस्त अधिवक्ताओ को CPR का प्रशिक्षण दिया गया।
महासचिव अधिवक्ता सुनिल जोशी ने बताया कि पहले भी परिसर में 2 केस ऐसे घटित हो चुके हैं हृदय घात से अधिवक्ता ने परिसर में ही दम तोड़ दिया ।
न्यायालय में रोज़ करीब 3000 अधिवक्ताओं व आम जनता जिनका न्यायालय परिसर में आना जाना होता हैं, ऐसे में कोई कार्डिक अरेस्ट की घटना घटित होने पर फर्स्ट एड के रूप में सीपीआर व ए.ई.डी. की उपयोगिता अत्यन्त ही महत्वपूर्ण होती हैं । जिसको अधिवक्ताओं ने जाना और वहां पर स्थित वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने न्यायालय परिसर व पब्लिक प्लेस पर सीपीआर ट्रेन्ड वक्ति व ए.ई.डी. मशीन के उपलब्ध होने के लिए गहनता से विचार भी किया ।
उक्त ट्रेनिंग में ट्रेनर भरत महेश्वरी, हेमसिंह चौधरी, स्पीकर शैलेंद्र व्यास, संदीप सेन, रितिक राज पुरोहित, हिमांशु, समाज सेवी उम्मेद राज जैन, अपर्णा मोदी द्वारा प्रोग्राम किया गया ।
बाहेती एज्युकेशनल ट्रस्ट ने CPR प्रणाली को आमजन तक पहुॅंचाने हेतु एक पब्लिक प्लेटफाॅर्म ‘‘सेव लाईफ ट्रेनिंग एण्ड अवेयरनेस प्रोग्राम’’ का गठन किया जिसमें जोधपुर के सीपीआर प्रशिक्षक डाॅक्टर्स, प्रमुख स्पीकर व समाज सेवी संस्थाओं को जोड़ा गया हैं जिससे जोधपुर की आम जनता को सीपीआर की जानकारी व प्रशिक्षण दिया जाता हैं । इस प्रोग्राम द्वारा जोधपुर में अभी तक 70 से अधिक विभागों, संस्थानों एवं प्रतिष्ठानो में सीपीआर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए है । जिसमें 10,000 से अधिक लोगों को जानकारी व प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं ।
सीपीआर के बारे में भारत में 2% से भी कम लोग जानते है। यह तकनीक अचानक हृदय बंद हो जाने पर दी जाती हैं जिससे हृदय को कृत्रिम तरीके से पुनर्जीवित किया जाता हैं व व्यक्ति की जान बचाई जाती हैं । इसके प्रशिक्षण से आम जन को तुरन्त प्राथमिक आराम मिल सकता है !