राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर नर्सेज की 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत नर्सेज ने मथुरा दास माथुर अस्पताल में गेट मीटिंग एवं विरोध प्रदर्शन करके रोष जाहिर किया। संघर्ष समिति के संरक्षक अशोक चौधरी और संयोजक पीयूष ज्ञानी ने बताया कि राजस्थान की नर्सेज 11 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 2 महीने से आंदोलनरत है, जिसके तहत ज्ञापन, धरना और गेट मीटिंग के माध्यम से राजस्थान सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया गया, लेकिन सरकार द्वारा अभी तक नर्सेज की मांगे नहीं माने जाने और कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाने की वजह से राजस्थान की नर्सेज में रोष व्याप्त है, आंदोलन को तेज करते हुए जोधपुर की नर्सेज ने आज संघर्ष समिति की उप संयोजक प्रेमलता चौधरी और सीमा जोशी के नेतृत्व में मथुरा दास माथुर अस्पताल के परिसर में गेट मीटिंग व विरोध प्रदर्शन करके सरकार का ध्यानाकर्षण किया। संघर्ष समिति के संयोजक पीयूष ज्ञानी ने बताया कि नर्सेज द्वारा पिछले दो महीने से किए जा रहे आंदोलन के बावजूद सरकार द्वारा अभी तक कार्रवाई नहीं करने के कारण नर्सेज को मजबूर होकर सड़कों पर उतरना पड़ रहा है जिसके तहत आज मथुरा दस माथुर अस्पताल में गेट मीटिंग आयोजित की गई। आंदोलन की अगली कड़ी में 25 अगस्त 2023 को पूरे राजस्थान के नर्सेज की जयपुर में महा रैली आयोजित की जा रही है, रैली में राज्य की नर्सेज के साथ साथ जोधपुर की सेंकड़ों नर्सेज द्वारा सरकार के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. जयपुर महारैली में भाग लेने के लिए डॉ एस एन मेडिकल कॉलेज जोधपुर के अधीन संचालित विभिन्न अस्पतालों से सेंकड़ों नर्सेज, जिसमें महात्मा गांधी अस्पताल से लगभग 140, उम्मेद अस्पताल से 77, मथुरा दास माथुर अस्पताल से 150, चोपासनी हाउसिंग बोर्ड अस्पताल से 5, पावटा अस्पताल से 10, मंडोर अस्पताल से 10, कमला नेहरू अस्पताल से 10 सहित अन्य छोटे बड़े अस्पतालों से सेंकड़ों नर्सेज ने 25 अगस्त 23 को जयपुर रैली में जाने हेतु सामुहिक अवकाश के लिए आवेदन किया। सेंकड़ों की संख्या में नर्सेज द्वारा सामुहिक अवकाश के लिए आवेदन करने पर अस्पताल प्रशासन ने अवकाश प्रार्थना पत्र लेने में असमर्थता व्यक्त कर दी गई जिसके कारण नर्सेज ने रोष प्रकट करते हुए रैली में बढ़चढ़ कर भाग लेने का संकल्प लिया।
संयुक्त संघर्ष समिति के उप संयोजक प्रेमलता चौधरी व सीमा जोशी ने बताया कि नर्सेज की प्रमुख मांगे वेतन विसंगतियों को दूर करने दूर कर केंद्र व दिल्ली के समान करने, समस्त नर्सिंग संवर्ग केडर का पुनर्गठन करने, एएनएम नर्सिंग ट्यूटर का पदनाम परिवर्तित करने, संविदा सेवा से नियमित हुए नर्सिंग कर्मियों का संविदा सेवा काल का नोशनल लाभ देकर सेवाकाल की गणना करना, स्वतंत्र नर्सिंग निदेशालय की स्थापना करना, नर्सिंग संवर्ग के सभी कार्मिकों की समय बद्ध पदोन्नति सुनिश्चित करने, नर्सिंग ट्यूटर एवं नर्सिंग ऑफिसर का पद राजपत्रित किया जाकर प्रिंसिपल को आहार वितरण अधिकार देने, नर्सिंग कार्मिकों का ड्रेस कोड बदला जाए, सेवारत विभाग के उच्च योग्यता धारी बीएससी नर्सिंग एमएससी नर्सिंग को दो अतिरिक्त वार्षिक वेतन वृद्धि देने, वर्तमान एसीपी वर्ष 9, 18, 27 को चिकित्सकों के समान 6, 12, 18, 24 लागू करने, नर्सिंग कार्मिकों की प्लेसमेंट एजेंसी एवं संविदा भर्ती पर रोक लगाई जाकर यूटीबी, एनएचएम, आरएमएस प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा लगे हुए नर्सेज को नियमित करने आदि नर्सेज की प्रमुख मांगों को लेकर राजस्थान की नर्सेज आंदोलनरत है,
आज गेट मीटिंग में अशोक चौधरी, पियूष ज्ञानी, इकबाल कायमखानी, नटवर भार्गव, विजेंद्र सिंह मेड़तिया, राजू सिंह राजपुरोहित, लीना सिंह, सुरेंद्र चौधरी, लीला भाटी, बिनु गुप्ता गायत्री मेड़ता, सूर्या चौधरी, खेताराम चौधरी, लोकेंद्र सिंह, वसंत रॉयल, प्रेमलता चौधरी, सीमा जोशी, राजेश बिश्नोई, रतन बिश्नोई, बस्ती राम आदि ने नर्सेज को संबोधित करते हुए सरकार से नर्सेज की 11 सूत्री मांगों के निराकरण की मांग की.