संत निपुण चंद्र सागर जोधपुर। मुहता जी मंदिर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए संत निपुण चंद्र सागर ने कहा कि धर्म आराधनाएं सदैव जानकारी के साथ विधिपूर्वक करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आधे अधूरे ज्ञान एवं अविधि के साथ की गई धर्म आराधनाएं निरर्थक है। संत प्रवर ने शुद्ध विधि सहित प्रत्येक सूत्रों की जानकारी ले उसके संपूर्ण विधान एवं नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए शुद्ध उच्चारण के साथ जिनाज्ञया का पालन करते हुए करने की सीख दी। ट्रस्ट के प्रवक्ता दिलीप जैन एवं उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह मुहता ने बताया कि 10 सितंबर को निपुण सागर के सांसारिक माता पवन बेन को 30 उपवास के प्रत्ख्यान दिलाए जायेंगे। ट्रस्ट अध्यक्ष संजय मेहता एवं सचिव पवन मेहता ने बताया कि तप अनुमोदनार्थ इसी दिन प्रातः 9 बजे श्री पार्श्व नाकोड़ा भैरव पूजन का संगीतमय वातावरण के साथ आयोजन किया जाएगा। साथ ही सांयकालीन प्रतिक्रमण के पश्चात तप के उलक्ष्य मे श्राविकाओं द्वारा सांझी के कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।