राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति जोधपुर द्वारा लगभग 51 दिन से गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन चल रहा है। पर आज दिन तक सरकार द्वारा कोई भी बड़ी मांग पर सुनवाई नहीं हुई है। जिसको लेके आज छठे दिन भी 5 लोग क्रमिक अनशन और सत्याग्रह पर बैठे। जिनके समर्थन में सैकड़ों नर्सिंग कर्मी समर्थन में आ रहे है। सत्याग्रह और अनशन के कारण वर्दी भत्ते में 500 रुपए वर्धी और ड्रेस कोड बदला गया है परंतु अन्य मांगे अभी लंबित है। आज ये बैठे अनशन में: ज्ञान सागर मीणा, जितेंद्र मीणा, महिपाल राव, नगाराम देवासी, भीमराज मीणा राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन जोधपुर जिला अध्यक्ष जगदीश जाट ने बताया कि सरकार द्वारा कमेटी बना दी गई पर अभी तक उसके परिणाम आने शुरू नही हुए है तथा साथ ही साथ जोधपुर मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों के कोविड प्रोत्साहन राशि और इंसीटिव जो की प्रति व्यक्ति 20000 से लेके 40000 तक बन रहा है। वो भी आज दिन नही मिला है जिसका ज्ञापन देते देते थक से गए है। अगर कुछ फैसला नही हुआ तो भूख हड़ताल ही एक अंतिम तरीका बचेगा। ये है प्रमुख मांगे: 1. नर्सिंग निदेशालय की प्रथक से स्थापना हो और जोधपुर में हो। 2. नर्सिंग कैडर का पुनर्गठन हो। और केंद्र के समान वेतन भत्ते हो। 3. सविंदा, युटीबी की सेवा से नियमित हुए कर्मियो को संविदा सेवा काल को जोड़े। 4. टाइम बाउंड डीपीसी हो। और शख्त नियम बने। 5. निविदा सविंदा पर भर्ती ना हो और पूर्व में लगे कर्मियो को नियमित करे। 6. ट्रांसफर से बेन हटे और समस्त संभाग से ट्रांसफर हो। 7. जोधपुर की मेडिकल कॉलेज की कोविड प्रोत्साहन राशि और इंसीटिव मिलाकर 20000 से 40000 बन रहा है जो कि नही मिला है जल्दी दिलवाकर अनुग्रहित करे। 8. सेवारत नर्सिंग अधिकारियों को उच्च अध्यन हेतु अध्यन अवकाश डॉक्टर की भांति दिया जाए और अतिरिक्त इंक्रीमेंट लगे। 9. नर्सिंग अधिकारी, सीनियर नर्सिंग अधिकारी और नर्सिंग ट्यूटर्स राजपत्रित हो। 10. मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कर्मियो के लिए संख्या अनुसार आवास बनवाए जाए। 11. नर्सिंग भर्ती 2023 आचार संहिता से पहले पूर्ण हो।