जोधपुर। मुहताजी मंदिर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए संत निपुण चंद्र सागर ने कहा कि जीवन में सहजता एवं सरलता के गुणों का होना आवश्यक है।उन्होंने संत अर्हम चंद्र सागर के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संत अर्हम चंद्र सागर संयम अंगीकार कर अपने चारित्र को सरलता एवं सहजता के साथ सिंचित कर रहे है जो अनुमोदनीय है। ट्रस्ट के प्रवक्ता दिलीप जैन एवं चातुर्मास समिति के संयोजक राजेंद्र सिंह मुहता ने बताया कि संत अर्हम चंद्र सागर के 55 वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में वान्या मेहता, आराध्य जैन, दैविक, दिव्यांश मेहता, कल्प, धीर, वीर, ध्यान, विदिशा, ग्रीशा एवं ध्वनि सालेचा जैसे छोटे छोटे अल्प आयु के बच्चों द्वारा संत अर्हम चंद्र सागर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को चरितार्थ करती कविताएं सुनाकर न केवल उपस्थित श्रोताओं का मन मोहते हुए सभी की जमकर दाद लूटी बल्कि कार्यक्रम को चार चांद लगा दिए। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय मेहता ने अपने संबोधन में गुरुवर को जिनशासन का श्रृंगार बताते हुए उन्हें सरलता की प्रतिमूर्ति बताया। ट्रस्ट के सह सचिव संदीप मेहता ने बताया कि गुरुवर के जन्मदिन के उपलक्ष्य में गायिका मोनिका जैन एवं पुष्पा लुंकड ने गुरुदेव से ओतप्रोत भजन प्रस्तुत कर कार्यक्रम को गुरुमय बना दिया। गुरुवर द्वारा 55 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में सकल संघ द्वारा 55 रुपए की प्रभावना करते हुए जीव दया हेतु एकत्रित की गई राशि में भी योगदान देने हेतु बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।