जोधपुर। नवपद ओलीजी की आराधना के सातवें दिन साध्वी अरूणप्रभा के मंगल सान्निध्य में राजेन्द्र भवन खेरादियो का बास में पाटला पूजन, दस दिगपाल, अष्ट मंगल और नौ ग्रह का पूजन एवं नमस्कार महामंत्र का महापूजन किया गया।
महा मंगलकारी नमस्कार महामंत्र का अनुष्ठान किए जाने के साथ ही नवकार के 68 अक्षरों के अनुसार 68 नागर बेल पर 68 श्रीफल की स्थापना की गई। साध्वी ने नमस्कार महामंत्र की महिमा बताते हुए कहा कि सभी मंत्रों में सर्वश्रेष्ठ यदि कोई मंत्र है तो वह नमस्कार महामंत्र है। इस मंत्र से आत्मा और देह का रक्षण होता है। सभी तरह की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। नमस्कार महामंत्र यदि कोई बिना मन भी सुन लेता है तो उसके भी रोग, शोक, व्याधि, दूर हो जाते है। नवकार मंत्र के अंदर आठ सिद्धियां और नौ निधियां छिपी हुई। मुख्य रुप से नमस्कार महामंत्र यंत्र की स्थापना करने व महापूजन का लाभ कमला देवी-सांकल चंद भंडारी परिवार ने लिया। नमस्कार महामंत्र की पूजा जल, श्रीफल, पुष्प, अक्षत, नैवेद्य, धूप,चन्दन, नागबेल से नमस्कार महामंत्र हैं-महामंत्र की रचना भारी, समरो मंत्र भलो नवकार, हर जन्म में नवकार का स्मरण चाहिए भजनों की प्रस्तुति के साथ आरती मंगल दीपक के साथ नमस्कार महामंत्र का आयोजन पूर्ण हुआ।