जोधपुर। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित अतिथि-व्याख्यान में यूनिवर्सिटी ऑफ मॉरीशस के एकेडमिक चेयर इन आयुर्वेद मेडिसिन प्रो. ईश शर्मा ने ग्लोबल स्कोप ऑफ आयुर्वेद विषय पर व्याख्यान दिया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. ईश शर्मा ने कहा कि वर्तमान में आयुर्वेद का उपयोग वैश्विक स्तर पर दिन- प्रतिदिन बढ़ रहा है एवं उत्तम स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद के स्वास्थ्य-संदेशों को दैनिक जीवन में अपनाने को प्राथमिकता दी जा रही है और हर्बल औषधियों का विश्वभर में एक बड़ा बाजार आकार ले रहा है। प्रो. शर्मा ने बताया कि मॉरीशस की राष्ट्रीय सरकार द्वारा छह आयुर्वेद केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जहाँ विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदीय चिकित्सा प्रदान की जा रही है। मॉरीशस में अनेक दशकों से आयुर्वेद को राजकीय मान्यता प्राप्त है। उन्होंने विश्व स्तर पर लोकप्रिय हो रहे आयुर्वेद पंचकर्म, योग एवं आयुर्वेदीय गार्डन के मॉड्यूल के बारे में विस्तार से बताया। प्रो. ईश शर्मा ने यूनिवर्सिटी ऑफ मॉरीशस एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के मध्य प्रस्तावित एमओयू के प्रमुख बिंदुओं के बारे में बताया।इससे पहले स्वागत भाषण प्रसूति स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रो. ए. नीलिमा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डीन रिसर्च एवं विभागाध्यक्ष बाल रोग प्रो. प्रेम प्रकाश व्यास ने दिया। कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास केन्द्र के सह समन्वयक स्नातकोत्तर प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हेमन्त कुमार एवं स्नातकोत्तर स्वस्थवृत्त विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हेमन्त राजपुरोहित, स्नातकोत्तर अध्येता डॉ. महेन्द्र सिंह एवं डॉ. शानूर बानो का सहयोग रहा। कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. महेन्द्र कुमार शर्मा, शल्य तंत्र विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश गुप्ता, रोग निदान विभागाध्यक्ष प्रो. गोविन्द गुप्ता, फार्मेसी निदेशक डा. विजयपाल त्यागी, डॉ. रश्मि शर्मा, डॉ. मनोज अदलखा, डॉ. मोनिका वर्मा, डॉ. प्रियंका इनानीया, डॉ. निकिता पंवार, डॉ. अमित गहलोत, डॉ. अशोक यादव एवं डॉ. एकता आदि शिक्षकगण सहित स्नातकोत्तर अध्येतागण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रेजीडेंट डा. स्वप्निल जायसवाल ने किया।