जोधपुर। भारत के पूर्वोत्तर के सेवन सिस्टर राज्य अरुणाचल प्रदेश में पर्यटन उद्योग की असीम संभावनाएं हैं। प्रदेश में धार्मिक, सांस्कृतिक पर्यटन के साथ ही पहाड़ी पर्यटन की भी बहुत संभावना है। यह बात अरूणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चोना मीन ने विप्र फाउंडेशन की ओर आयोजित सम्मान समारोह के दौरान कही।उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 50 करोड रुपए का फंड जारी किया है। वहीं प्रदेश सरकार ने भी इतना ही फंड इस कार्य के लिए सुरक्षित रखा है। उपमुख्यमंत्री मीन अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव के परिवार में आयोजित मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जोधपुर आए थे।गौरतलब है कि विप्र फाऊंडेशन के माध्यम से अरूणाचल प्रदेश स्थित लोहित नदी के किनारे स्थापित हो रही 51 फुट की भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापना में प्रदेश सरकार भी सहयोग कर रही हैं। स्वागत कार्यक्रम के दौरान विप्र फाऊंडेशन के प्रदेश प्रभारी नवीन जोशी, डॉ.. रवि शर्मा, अरविन्द व्यास, प्रदेश महिला अध्यक्षा डॉ. शीला आसोपा, प्रदेश महामंत्री कैलाश सारस्वत, राजेश श्रीमाली, वाईआईसीसीआई के अध्यक्ष कैलाश ओझा, जि़ला अध्यक्ष मुकुल अंगिरस, दिनेश कल्ला, सुमनेश व्यास, आनंदप्रकाश कल्ला, रुद्राक्ष श्रीमाली, प्रदेश महामंत्री महिला प्रकोष्ठ मंजु थानवी, जि़ला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ डॉ. मंजु जोशी, स्वावलंबन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. शालिनी शर्मा व सुलोचना श्रीमाली उपस्थित रहे।