जोधपुर। शास्त्रीनगर स्थित जैन स्थानक में चातुमार्सार्थ विराजित महासती भंवरकुंवर महाराज की शिष्या साध्वी कमलेशप्रभा का शुक्रवार मध्यरात्रि नौ दिवसीय तिविहार संथारापूर्वक देवलोकगमन हो गया। इस सूचना से पूरे जैन समाज में शोक की लहर छा गई। जोधपुर में जन्मी साध्वी कमलेशप्रभा की दीक्षा 22 फरवरी 1972 को जोधपुर के कपड़ा बाजार स्थित रायपुर की हवेली में हुई थी।शास्त्रीनगर स्थित जैन स्थानक से आज सुबह साध्वी कमलेशप्रभा की महाप्रयाण बैंकुठी यात्रा निकाली गई जिसमें सैकड़ों सर्वधर्मी बंधु मौजूद थे। महाप्रयाण यात्रा शास्त्रीनगर से रवाना होकर सिवांचीगेट श्री ओसवाल स्वर्गाश्रम पहुंची। पूरे रास्ते जैन समाज के लोग उनके दर्शनार्थ उमड़ पड़े जिसमें समाजसेवी कानराज मोहनोत, अनिल सिंघवी आदि श्रद्धालु पूरे रास्ते जय जय नंदा, जय जय भद्रा के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। सिवांचीगेट पहुंचने पर साध्वी के सांसारिक भाई महेंद्र, नरेंद्र, सुरेंद्र सुराणा ने मुखाग्नि दी।