जोधपुर। तिब्बती ऊनी वस्त्र व्यापार संघ की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित कर तिब्बत के धर्म गुरु दलाई लामा को मिले नोबल शांति पुरस्कार की 34वीं सालगिरह मनाई गई। कार्यक्रम में भारत-तिब्बत मैत्री संघ राजस्थान के सदस्यों ने भाग लिया।भारत-तिब्बत मैत्री संघ के महासचिव पुखराज जांगिड़ ने तिब्बत की आजादी भारत के लिए क्यों आवश्यक है के बारे में बताया। वहीं तिब्बती संघ के पलडेन ने बताया कि पूरे भारत देश की की सुरक्षा तिब्बत देश की वजह है। आज भी वहां भारत और चीन के बीच पूरी फोर्स लगी है। हम तिब्बतियों की तीसरी पीढ़ी भारत देश में शरणाथी हैं। पालडेन तिब्बती ने बताया कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए भी तिब्बत की आजादी भारत को बहुत जरूरी है। भारत-तिब्बत मैत्री संघ की क्षमा पुरोहित ने कहा कि तिब्बत को चीन से मुक्ति एवं कैलाश मानसरोवर को चीन से मुक्ति मिलेगी। जगदीश तंवर ने कहा कि चीन ने दुनिया में कोरोना की महामारी फैलाई और भारत ने ही दुनिया को वैक्सीन उपलब्ध कराई। विकाश शर्मा ने कहा कि तिब्बत ने चीन की तानाशाही के विरुद्ध दलाई लामा के नेतृत्व में शांति से आंदोलन किया।कार्यकम में केक काटा गया और तिब्बती एवं मारवाड़ी गानों पर नृत्य किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष रेशम बाला ने की। इस अवसर पर किशन, गौतम, गिरधारी सिंह राजपुरोहित, सुखदेव प्रजापत, जीतेंद्रनाथ, सदीक मोम्माद, दीनदयाल, कांता राजपुरोहित और कई सामाजिक संगठन के अधिकारी ने भागीदारी दी। अंत मेेंं प्रधान कसांग ने धन्यवाद दिया।