जोधपुर। आदित्यवाहिनी, हिन्दू हेल्पलाइन, जय श्रीराम सेना और अखिल भारतीय हिन्दू महासभा संगठन की ओर से आज जालोरी गेट से कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली गई। इन संगठन के पदाधिकारियों ने नेपाल के नागरिकों द्वारा नेपाल को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए चलाए जा रहे आन्दोलन को समर्थन करते हुए भारत से भी समर्थन करने की मांग की।इन हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया कि भारत-नेपाल का सम्बन्ध अनगिनत वर्षों से है। दोनों देश राजनीतिक रूप से अलग होते हुए भी साझा वैदिक धर्म और संस्कृति से उन्नतिशील रहे हैं। इसलिए नेपाल की संस्कृति को नष्ट होने से बचाना भारत की देशप्रेमी जनता की सार्वभौम मनोभावना है और भारत की जनता का प्रतिनिधित्व करने वाली भारत सरकार का उत्तरदायित्व है। उन्होंने बताया कि भारत में हजारों नागरिकों के हत्यारे आतंकवादी माओवादियों द्वारा नेपाल में भी बर्बरता की गई। नेपाल गृहयुद्ध में मृतक एवं लापता नागरिकों की संख्या 30 हजार से अधिक है। अपने आतंक के बल पर माओवादियों द्वारा लोकप्रिय शासक को सत्ता से बेदखल किया गया। भारत में आतंकवादी माने जाने वाले माओवादी करोड़ों नेपाली नागरिकों के भाग्यविधाता बन गए। माओवादियों द्वारा अनेक मंदिरों को नष्ट-भ्रष्ट किया गया और अनेक हिन्दू पुजारियों और हिन्दूवादी नेताओं की हत्या की गई। आज धर्मनिरपेक्षता का पर्याय प्राय: हिन्दू विरोध रह गया है। उन्होंने मंाग की है कि राष्ट्र के प्रतिनिधि के रूप में भारत की नेपाल के प्रति विदेश नीति में परिवर्तन करने हेतु भारत सरकार को निर्देशित करें, जिससे सहस्राब्दियों पुरानी संस्कृति और सम्बन्ध अक्षुण्ण बने रहें।