जोधपुर। भीतरी शहर जूनी मंडी स्थित सरकारी स्कूल में मिड डे मील के तहत परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी को लेकर आज क्षेत्रवासियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने इस खाने को खराब बताते हुए हंगामा किया। उनका कहना था कि इस क्वालिटी का खाना जानवरों को देते है फिर यह खाना स्कूल के बच्चों को कैसे खिला सकते है। उनके विरोध के बावजूद स्कूल में बच्चों को यह खाना परोस दिया गया। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और समझाइश की।
दरअसल आज सुबह उस समय हंगामा हो गया जब एक लोडिंग टैक्सी जूनी मंडी में रुकी और उसमें रखा खाना क्षेत्रवासियों ने देखा। टैक्सी चालक चाय की दुकान पर चाय पी रहा था। तभी वहां खड़े क्षेत्रवासियों ने एक टब में पड़ी रोटियां देखी और बाकी बर्तन में दाल आदि देख कर पूछा कि यह खाना कहां ले जा रहे हैं। टैक्सी चालक ने जैसे ही जवाब दिया कि यह सरकारी स्कूल के बच्चों का मिड डे मील हैं। वह खाना काफी घटिया क्वालिटी का था। इसके बाद क्षेत्रवासी स्कूल पहुंचे और वहां के प्रिंसिपल को खाना और रोटियां दिखाई तथा कहा कि ऐसा खाना जानवर को भी नहीं डालते फिर बच्चों को कैसे खिलाया जा रहा है। तब क्षेत्रवासियों को बताया गया कि यह खाना डीओ ऑफिस से आता है उन्होंने ही कॉन्टेक्ट दे रखा है। हर दिन का मैन्यू फिक्स होता है। फूड क्वालिटी चैक होकर ही खाना आता है। रोटी मशीन से बनती है इसलिए ऐसी दिखाई दे रही है। दाल ताजी बनी हुई है। इस दौरान पुलिस भी वहां पहुंच गई। क्षेत्रवासियों के विरोध के बावजूद स्कूल में वह खाना लेकर बच्चों को परोस दिया गया। बाद में पुलिस की समझाइश से मामला शांत हुआ।