जोधपुर। कमला नेहरू महिला महाविद्यालय में आज ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस एंड सेक्सुअल हैरेसमेंट एट वर्कप्लेस पर लेक्चर का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता मोर्गन स्टेनले बैंगलोर की वाइस प्रेसिडेंट सविता शेखावत ने ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस पर लेक्चर दिया गया। उन्होंने छात्राओं से अपने स्वयं के अनुभव साझा किए कि किस प्रकार उन्होंने 35 वर्ष की आयु में थर्ड स्टेज ब्रेस्ट कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को अपनी हिम्मत एवं परिवार के सहयोग से पराजित किया। छात्राओं को अपने शरीर का निरंतर निरीक्षण करने को कहा। कैंसर मरीज के साथ सहानुभूतिपूर्वक व्यव्हार करने की सीख दी। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर को सर्जरी, कीमोथेरेपी एवं रेडिएशन थेरेपी द्वारा ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। प्रो. कांता कटारिया ने छात्राओं को सेक्सुअल हैरेसमेंट एट वर्कप्लेस पर लेक्चर दिया। उन्होंने छात्राओं को पॉक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जब कोई महिला किसी पुरुष को उसके व्यवहार के संबंध में ना कहती है, तब इसका मतलब ना ही होता है बिग नो। प्रो . कांता कटारिया ने प्रोग्राम में उपस्थित सभी छात्राओं को सेक्सुअल हैरेसमेंट एट वर्कप्लेस (प्रिवेंशन, प्रोहिबिशन एंड रिड्रेसल) के संबंधित सभी बिंदुओं पर संक्षिप्त टिप्पणी की लिपि दी।
जयनारायण व्यास विश्वद्यिालय की कुलसचिव गोमती शर्मा ने छात्राओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने छात्राओं को कहा कि वह किसी से कम नहीं हैं, वह हर विपरीत परिस्थिति का डट कर सामना करने में सक्षम हैं फिर चाहे वो कोई शारीरिक बीमारी हो या सामाजिक विसंगति। कमला नेहरू महिला महाविद्यालय की निर्देशिका प्रो. संगीता लूंकड ने छात्राओं को ब्रेस्ट कैंसर एवं यौन उत्पीडन के संबंध में जागरूक किया। उन्होंने बताया किस प्रकार स्कूलों में छोटी छोटी बच्चियों का यौन शौषण की वारदात हो रही है। ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं, प्रशासन एवं कानून की मदद ले। प्रोग्राम का संचालन डा. सीमा परवीन ने किया। प्रोग्राम में प्रो. मीना बरडिया, प्रो. रितु जोहरी, डॉ. कमला चौधरी, डॉ. जया भंडारी, डॉ. मीनाक्षी मीणा, डॉ. एसएलमीणा एवं डॉ. धनंजय अमरावत उपस्थित रहे।