जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग के शोधार्थी मनोज कुमार गोयल को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है।मनोज कुमार गोयल ने पेलियो टोलॉजिकल इन्वेस्टिगेशन ऑफ सेडिमेंट्स ऑफ थुम्बली एरिया ऑफ बाडमेर डिस्ट्रिक्ट राजस्थान इंडिया विषय पर अपना शोध कार्य पूर्ण किया। मनोज गोयल ने अपने शोध कार्य के दौरान बाड़मेर बेसिन के आकली फॉरमेशन के थुम्बली एरिया में अवसादी चट्टानों में अंकशेरूकी, कशेरूकी तथा पादप वर्ग के जीवाश्म की खोज की, जिसके अन्तर्गत आथ्रोपोड्स, मोलस्का, मछलियां तथा पेड़-पौधों के जीवाश्म खोजे गए जो वर्तमान से 6.6 से 5.5 करोड़ वर्ष पुराने पेलियोसिन-इओसिन काल के हैं। आथ्रोपोड्स, मोलस्क व पिशीज के खोजे गए जीवाश्म थुम्बली एरिया के लिए समुद्री वातावरण का संकेत देते हैं क्योंकि लगभग विशीज महावर्ग के जीव केवल समुद्री अल में पाए जाते हैं व दूसरी ओर इन्ही अवसादी चट्टानों से मिले सोलो, एस्थेनोपोडिब्जियम ड्रेस जीवाश्म के अध्ययन के आधार पर स्वच्छ जल वातावरण के संकेत मिलते हैं, क्योंकि यह स्वच्छ जल में पाया जाता था। इन दोनो के आधार पर गोयल ने अपने शोध कार्य मे बताया कि शुम्बली एरिया पहले समुद्र का भाग था जो धीरे-धीरे समुद्र से अलग हो गया और इस स्थान पर स्वच्छ व लवणीय जल के संगम स्थल में पाये जाने वाले जीव बसने लगे। गोयल ने अपना शोध कार्य प्राणी शास्त्र विभाग के सहायक आचार्य डॉ. शंकर लाल नामा के निर्देशन में पूर्ण किया।