जोधपुर। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार की ओर से शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (आफरी) जोधपुर में भारतीय वन सेवा अधिकारियों के लिए पांच दिवसीय पुनश्चर्या प्रशिक्षण इंटीग्रेटेड एप्रोच फॉर सस्टेनएबल डेवलपमेंट ऑफ़ फ्रजाइल डेजर्ट इकोसिस्टम विषय पर आयोजित किया जा रहा है।प्रशिक्षण का उद्घाटन मुख्य अतिथि असम के पूर्व वन प्रधान व केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण जोधपुर के प्रशासनिक सदस्य अमित सहाय तथा विशिष्ट अतिथि आईएफ़एस सुरेश पन्त एवं एआईजीआरटी वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन भारत सरकार सुविना ठाकुर ने किया। आफरी निदेशक एमआर बालोच एवं पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. तरुण कान्त ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। आफरी निदेशक बालोच ने देशभर से आए वन सेवा अधिकारियों का स्वागत करते हुए संस्थान द्वारा मरुस्थल स्थिरीकरण, जैव तकनीकी, जैव विविधता संरक्षण, जैव कीटनाशक, लूणी नदी के पुनरुद्धार, पचपदरा रीफाइनरी, शीशम क्लोन की उन्नत किस्में एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विभिन्न कार्यों के बारे में बताया। समूह समन्वयक (शोध) एवं पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. तरूण कान्त ने प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं पाठ्यक्रम का विस्तृत परिचय दिया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने पाठ्यक्रम सामग्री का विमोचन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में देशभर के 13 कैडर से आये 26 वन सेवा के अधिकारी भाग ले रहें हैं। उद्घाटन सत्र का मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन अंजली जोशी ने किया। कार्यक्रम में आफरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक, अधिकारी एवं अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। तकनीकी सत्र में डॉ. तरूण कान्त, डॉ. एलएन हर्ष, आरएल मीणा तथा एमएल सोनल आदि विषय विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को व्याख्यान दिया।