जोधपुर। संसद में सवाल पूछने के कारण विपक्ष के सांसदों को निलंबित करने की कार्यवाही के खिलाफ अब कांग्रेस सडक़ पर उतर आई है। सांसदों के निलंबन को लेकर आज प्रदेशभर में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में जोधपुर में भी शहर जिला कांग्रेस कमेटी उत्तर एवं दक्षिण द्वारा कलेक्ट्रेट के बाहर संयुक्त धरना देकर विरोध जताया गया। धरने के दौरान जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की गई।कांग्रेस के उत्तर जिलाध्यक्ष सलीम खान व दक्षिण जिलाध्यक्ष नरेश चंद्र जोशी ने बताया कि गत 13 दिसंबर को संसद में दो छात्रों ने सदन के अंदर पहुंचकर स्मोक बम फोड़ा था। इसको लेकर कांग्रेस के सांसदों ने जब सरकार से संसद व सांसदों की सुरक्षा को लेकर सवाल पूछे तो भाजपा की केंद्र सरकार ने सांसदों को ही निलंबित करना शुरू कर दिया। अब इन सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन की ओर से जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और इन सांसदों के निलंबन रद्द करने की मांग की जा रही है। इस धरने का उद्देश्य यही है कि लोकतंत्र की रक्षा हो। समय रहते सभी सांसदों को बहाल नहीं किया गया तो कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की ओर से पुरजोर विरोध किया जाएगा। धरने को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि मोदी सरकार देश में अमृतकाल मना रही है जबकि यह तो विषकाल है। सांसदों को जनता चुनकर भेजती है। वे जनता के सवाल सदन में पूछते है जबकि मोदी सरकार उनके सवालों के जवाब देने के लिए तैयार नहीं है। सरकार केवल तानशाह के रूप में कार्य कर रही है। मोदी सरकार जनता और सांसदों पर तानशाही चला रही है। सरकार जब सांसदों और संसद की सुरक्षा नहीं कर सकती है तो फिर देश की सुरक्षा क्या करेगी। मोदी सरकार ने सांसदों का निलंबन वापस नहीं लिया तो कांग्रेस और उसके घटक उग्र आंदोलन करेंगे। धरने में नगर निगम उत्तर की महापौर कुंती परिहार, पूर्व जेडीए चेयरमैन राजेन्द्र सिंह सोलंकी, कांग्रेस के देहात जिला अध्यक्ष हीरालाल मेघवाल, विजयलक्ष्मी पटेल, सत्यनारायण गौड़ सहित कई कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।