जोधपुर। सूरसागर स्थित भेसासुर माता का मंदिर भूरन्टिया में चल रही सात दिवसीय संगीतमय भागवत कथा के चौथे दिन भगवान वामन का प्राकट्य उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इसमें श्रद्धालु जमकर थिरके। इस मौके पर पूरा कथा परिसर भगवान वामन के जयकारों से गूंजायमान हो उठा।कथा के दौरान भगवताचार्य नन्द किशोर महाराज ने धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। यहां पर जैसे ही वामन अवतार के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धालु भक्ति भाव से झूम उठे। कथा व्यास भगवताचार्य नन्द किशोर महाराज ने भक्त वामन अवतार के साथ ही अम्बरीष व महर्षि दुर्वासा की कथा, राजा बली की कथा की व्याख्या की। संगीतज्ञों ने भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को झूमने पर मजबूत कर दिया। इस अवसर पर मनप्रीत सिंह चौहान, नरपत दान चारण, दुर्गा दान चारण, करणी दान चारण शंकरजी प्रजापत, प्रकाश मेवाड़ा, जुगल किशोर खत्री, भंवर सिंह परिहार, मोहन सिंह भाटी ने मंगलाचरण आरती में भाग लिया।