जोधपुर। बैंगलोर-प्रवासी राजस्थानी कर्नाटका संघ ने सभी व्यापारियों से अपील कर अनुरोध किया है कि कुछ स्थानीय व प्रवासी संगठन के पदाधिकारी बेवजह अपनी भ्रामक टिप्पणी कर ज़हर घोलने का काम कर रहे है जो जनहित में कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि भारत के संविधान में इस तरह के भ्रामक व अनुचित टिप्पणियों का कोई प्रावधान नहीं है। प्रवासी राजस्थानी कर्नाटका संघ के महामंत्री डॉ. जवरीलाल लूनावत ने देश के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री व कर्नाटका कांग्रेस के प्रभारी व संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं कर्नाटका राज्य के मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के माफऱ्त पत्र लिखकर इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। लूनावत ने पत्र में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार को इस गंभीर मुद्दे पर बहुत गंभीरता से सोचना होगा व विधानसभा में क़ानून बनाकर ही इस मामले का पटाक्षेप किया जाना उचित रहेगा। लूनावत ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार व्यापारियों के हित को सोचकर जो भी उचित निर्णय लेगी उस पर सभी व्यापारियों को सहमत होना ही पड़ेगा। लूनावत ने सभी व्यापारियों से व पदाधिकारियों से अपील कर आगाह किया कि अपने आपको सुर्खियों में रखने के लिए बेवजह सोशल मीडिया पर बोलकर व गंदे कमेंट कर अन्य लोगों के लिए परेशानी पैदा नहीं करे। लूनावत ने यह भी अपील की है स्थानीय शासन व प्रशासन के द्वारा जनहित में जो भी क़ानून बनाए जाते है उसकी पालना हम सभी को करनी ही होगी व हम सभी को भी आपसी भाईचारा व आपसी सामंजस्य बनाए रखना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। लूनावत ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री व कर्नाटका चुनावों में सह प्रभारी रहे अशोक गहलोत से भी व्यक्तिगत अनुरोध किया कि इस मामले में बैंगलोर आकर राज्य सरकार से इस गंभीर विषय पर बात कर इसका शीघ्र निस्तारण करें।