जोधपुर। उत्तर व मध्य भारत में मकर संक्रांति व पंजाब में लोहड़ी की खास रौनक होती है। वहीं इस दिन दक्षिण भारत में पोंगल का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर में भोगी पोंगल का उत्सव धूमधाम से मनाया गया।संस्थान के निदेशक प्रो. जीएचएस प्रसाद ने बताया कि आस्था और संपन्नता का प्रतीक पोंगल का पर्व चार दिन तक मनाया जाता है। प्रत्येक दिन पोंगल का अलग अलग नाम होता है। पहले दिन भोगी पोंगल, दूसरे दिन सूर्य पोंगल मतलब संक्रांति, तीसरे दिन कानुम पोंगल कहते हैं। प्रसाद ने बताया कि इस दिन भोगी पोंगल पर लोग सुबह स्नान करने के बाद भगवान इंद्रदेव की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। भोगी पोंगल की संध्या पर लोग इक_ा होकर भोगी कोट्टम बजाते हुए लोकगीत गाते हैं और एक दूसरे को बधाइयां देते हैं और मिठाइयां खिलाते हैं।