जोधपुर। मार्गशीर्ष मास के अवसर पर महिला मण्डल रातानाडा की ओर से शिव मंदिर रातानाडा में चल रही भागवत कथा में राम मौहल्ला रामद्वारा व सुरत रामद्वारा के कथा वाचक मंहत हनुमान दास रामस्नेही ने विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिए। इसके साथ ही कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का समापन हुआ।
सातवें दिन भगवान श्रीकृष्ण की अलग-अलग लीलाओं के वर्णन के साथ मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मां देवकी को वापस देना, सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा वाचक ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा से समझा जा सकता है। कथा के दौरान रुपचन्द्र राठी व प्रहलाद बजाज ने मंहत हनुमान दास रामस्नेही महाराज को साफा व माला पहनाकर स्वागत किया। महिला मण्डल रातानाडा की सुरेन्द्र कंवर व राजू गर्ग ने बताया कि महिलाओं ने भागवत भगवान की पूर्णारती कर कलश यात्रा निकाली। यात्रा मंदिर परिसर से कृष्ण मंदिर समाप्त हुई। इस अवसर पर सीमा सांखला, आशा बाहेती, रीना भाटी, ओमा देवी, भजन गायिका शारदा चौधरी, गीता मेवाड़ा, पुष्पा चौधरी सहित रातानाडा महिला मण्डल व शिव मंदिर रातानाडा के ट्रस्टी उपस्थित थे।