जोधपुर। सनातन धर्म के प्रचार के उद्देश्य से जोधपुर से जगन्नाथपुरी के लिए निकली पैदल यात्रा ने 23 दिन में लगभग 1500 किलोमीटर का सफर तय कर लिया है। यात्रा ने सोमवार को सारगढ़ में प्रवेश किया। यहां से बरमकेला, सोहिला होते हुए जगन्नाथपुरी धाम पहुंचेगी। मंगलवार को उड़ीसा राज्य में प्रवेश कर जाएगी।यात्रा पंच दशनाम जूना अखाड़ा के श्री दिगम्बर नागराज पुरी के सानिध्य में जोधपुर के औगडऩाथ महादेव आश्रम नाग पहाड़ से 24 दिसम्बर को रवाना हुई थी। सारगढ़ पहुंचने पर विक्रमादित्य जूदेव, रानी जया सिंह, नितिन, संदीप सिंह चौहान, विहिप नेता परमानंद सिंह, आकाश परिहार, प्रवीन वैष्णव आदि ने यात्रा का स्वागत किया। केसरसिंह ने बताया कि 25 जनवरी तक यात्रा जगन्नाथपुरी धाम पहुंचेगी। इसके बाद रामेश्वरम के लिए पैदल प्रस्थान करेंगी। हर दिन 65 से 70 किमी की पैदल यात्रा तय की जाती है। यात्रा में शामिल रथ में ही श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद तैयार किया जाता है। रात का विश्राम किसी मंदिर या आश्रम में किया जाता है। इससे पहले औघडऩाथ महादेव मंदिर पर्यावरण समिति के नेतृत्व में श्रद्धालुओं का जत्था पिछले साल चार धाम की पैदल यात्रा 35 दिन में करके लौट चुका है। वर्ष 2021 में द्वारिका की यात्रा जोधपुर से 16 दिन में पूरी की थी। यात्रा में वीरेंद्र सिंह लुणावास, मदन सिंह इंदा, जीतू सिंह खाबड़ा, संग्राम सिंह इंदा, भानु बन्ना, विक्रम सिंह बावड़ी, कन्हैयालाल सैन, उम्मेद सिंह गहलोत, पिंटुसा आदि भक्त शामिल हैं।