-5.2 C
New York
Friday, January 24, 2025

बलदेव राम मिर्धा को जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कीसंगोष्ठी सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन

जोधपुर। किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा की जयंती बुधवार को विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मनाई गई। इस दौरान बलदेव राम मिर्धा सर्किल पर पुष्पांजलि कार्यक्रम के पश्चात श्री वीर तेजा किसान छात्रावास रामगढ़ी में बलदेव राम मिर्धा का व्यक्तित्व व कृतित्व विषय पर राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा को आज सुबह पाली सांसद पीपी चौधरी, पूर्व विधायक मनीषा पंवार, शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हापूराम चौधरी सहित कई जनप्रतिनिधियों व जाट समाज के नेताओं ने बलदेव राम मिर्धा सर्किल पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके अलावा श्री वीर तेजा किसान छात्रावास रामगढ़ी में बलदेव राम मिर्धा का व्यक्तित्व व कृतित्व विषय पर राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें पूर्व पुलिस महानिरीक्षक सवाई सिंह गोदारा ने कहा आजादी के 75 वर्ष पश्चात भी जब हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं किसान की स्थिति ज्यादा नहीं सुधरी है। इसका मुख्य कारण शासन के तीनों अंगों में किसान की सक्रिय भागीदारी का अभाव है। यह भागीदारी सुनिश्चित होने के पश्चात किसान हितेषी नीतियां बनेगी और किसान के बच्चे आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा किसान किसी जाति का प्रतीक नहीं है, हर वह व्यक्ति जो किसी भी जाति से संबंध रखता हो किसानी जिसका पेशा हो, उसके विकास के लिए किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा ने प्रयास किया। मोटिवेशनल स्पीकर और अकादमिक क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखने वाले कर्नल बलदेव सिंह मानव ने किसान के बच्चे के लिए कॉर्प्स फंड निर्माण की आवश्यकता जताई तथा जातीय छात्रावास बंद करके किसान छात्रावास विकसित करने का आह्वान किया। पूर्व कुलपति प्रो गंगाराम जाखड़ ने वैचारिक चिंतन के माध्यम से राष्ट्रवाद के सशक्तिकरण और महिला शिक्षा पर अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बीआर चौधरी ने बालिका शिक्षा के सुदृढ़ीकरण और शिक्षकोष गठित करने की सामाजिक और शासकीय स्तर पर आवश्यकता बताई। संगोष्ठी में किसान जागृति हेतु क्रांति के अग्रदूत मिर्धा को पश्चिमी राजस्थान के देवदूत के रूप में परिभाषित करते हुए भगवान राम बिश्नोई और राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया और महासचिव शिवलाल बरवाड़ ने उनके सिद्धांतों पर चलने का आह्वान किया। विचारवादी चिंतक जोगाराम पटेल ने मृत्यु भोज व अन्य कुरीतियों को समाप्त करने के उनके विचारों पर प्रकाश डाला। वहीं रेलवे के मुख्य अभियंता रामनिवास जाट ने तकनीक के युग में युवाओं की सक्रिय सहभागिता को महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम का संयोजन रामदेव जलवानिया ने किया। सूत्रधार के रूप में डॉ बीएल जाखड़ ने युवाओं को राष्ट्र की प्रगति में सक्रिय सहयोग देने हेतु प्रेरित किया।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Follow Me

16,500FansLike
5,448FollowersFollow
1,080SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles