जोधपुर। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नेवरा रोड़ में आज सरपंच वीरांगना आसी देवी ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गई। शहीद वीरांगना का आरोप है कि स्थानीय विद्यालय की एसडीएमसी द्वारा शहीद गोरखराम वीरचक्र के नाम से विद्यालय का नामकरण करने का प्रस्ताव सर्वसहमति से अनुमोदित किए जाने के बावजूद प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय नामकरण के उचित फार्मेट में प्रस्ताव नहीं दिया जा रहा है।बता दे कि भारत-पाक युद्ध 1971 में ग्राम पंचायत नेवरा रोड़ के गोरखराम ऑपरेशन कैक्टस लिलि के दौरान दुश्मनों से लोहा लेते हुए जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए थे। शहीद गोरखराम को मरणोपरान्त तत्कालीन राष्ट्रपति ने सर्वोच्च वीरता पुरस्कार वीर चक्र से नवाजा था। राजस्थान सरकार के नियमानुसार बैटल कैज्युलटी शहीदों के नाम गांव की प्राथमिक-उच्च प्राथमिक विद्यालय व गैलैन्ट्री अवार्ड प्राप्त शहीदो के नामकरण उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए किए जाते है लेकिन शहीद गोरखराम के नाम अभी तक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का नामकरण नहीं हुआ है।वीर चक्र शहीद गोरखराम के पुत्र पूर्व सरपंच नवलाराम जाखड़ ने बताया कि उनका परिवार गत 52 वर्षो से शहीद को मिलने वालीं मूलभूत सुविधाओं से वंचित है जिसकी कोई सुध नहीं ले रहा है। हर बार सरकारों से केवल आश्वासन ही मिलता है लेकिन कोई सुविधा नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। इस दौरान शहीद गोरखराम के पौत्र प्रमोद जाखड़, लालाराम जाखड़, जुगताराम हुड्डा, मोहनराम सुथार, रामूराम ठाकर, राजू बेनीवाल, अर्जुन जाखड़, चूनाराम बेनीवाल, प्रेम गोरचिया, मोटाराम आदि ग्रामीण धरने पर बैठे रहे।