बाल कल्याण समिति ने बच्चों से संबंधित तीन मामलों में प्रंसज्ञान लिया है। समिति ने संबंधित विभागों से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है और अभिभावकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है।बाल कल्याण समिति (न्यायपीठ) जोधपुर के अध्यक्ष विक्रम चेतन सरगरा ने बताया कि ट्रेन की चपेट में आने से दो स्कूली बच्चों की मौत के मामले में बाल कल्याण समिति ने त्वरित कार्रवाई है। सर्वप्रथम पुलिस प्रशासन के साथ घटनास्थल का जायजा लिया, तद्पश्चात समिति द्वारा उक्त निजी स्कूल में पहुंचकर बच्चों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए स्कूल के प्रिंसीपल को उचित दिशा- निर्देश देते हुए स्पष्टीकरण मांगा ताकि भविष्य में इस तरह की पुनरावर्ति न हो। साथ ही नगर निगम उत्तर-दक्षिण के आयुक्त को पत्र प्रेषित करते हुए आवारा घूमने वाले श्वानों को पकडऩे की कार्यवाही करने एवं श्वान पालने वाले मालिकों के लाइसेन्स की जांच करने को कहा है। साथ ही संबंधित पुलिस थाना से मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं ऑनलाइन क्लास में पॉर्न वीडियो चलने पर संबंधित विद्यालय से स्पष्टीकरण मांगा तथा संबंधित पुलिस थाना को निर्देशित किया कि घटना में शामिल बच्चों को काउसलिंग हेतु समिति बच्चों को पेश करावें। इसी तरह एक बाल श्रम के एक मामले में मानव तस्करी विरोधी यूनिट, जोधपुर पश्चिम को जांच कर उचित कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। इन सभी प्रकरणों की गम्भीरता को देखते हुए समिति अध्यक्ष विक्रम चेतन सरगरा ने अभिभावकों को भी सतर्क रहते हुए बच्चों की दिनचर्या व गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को स्कूल लाने-ले जाने में परिजनों का साथ होना आवश्यक है। विद्यार्थियों को सोशल मीडिया से दूर रखने एवं आवश्यक होने पर ही मोबाइल हाथ में देने की सलाह दी है ताकि भविष्य में इस तरह की पुनरावर्ति नही हो। कार्यालय में बैठक के दौरान समिति सदस्य बबीता शर्मा, जय भाटी, गंगाराम देवासी, अनिल मरवण व जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक डॉ. बजरंग लाल सारस्वत एवं रोहित टाक उपस्थित रहे।