जोधपुर। अलग-अलग शिक्षक संघों के दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय सम्मेलन शनिवार को संपन्न हो गए। इन सम्मेलनों में शिक्षकों ने एक स्वर में गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति दिलाने की मांग रखी। इसके साथ ही अन्य कई मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए गए जिन्हें अब सरकार को भेजा जाएगा।
डांगियावास स्थित एसएलबीएस कॉलेज में चल रहे राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के सम्मेलन में संगठन के अध्याय के तीनों वाक्य राष्ट्रीय हित में शिक्षा, शिक्षा हित में शिक्षक, शिक्षक हित में समाज की अवधारणा को विस्तार से शिक्षकों के समक्ष रखा गया। प्रदेश महामंत्री महेंद्र लखारा ने संघ का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें आज तक संगठन की ओर से किए गए आंदोलन और संगठन की गतिविधियों की जानकारी दी। प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन के संयोजक रुपाराम खोज व सहसंयोजक रुपाराम रलिया ने बताया कि समापन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक योगेंद्र कुमार और शिक्षक संघ राष्ट्रीय के संगठन मंत्री घनश्याम का सानिध्य प्राप्त हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों को संबोधित किया। वहीं राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ (एकीकृत) का प्रांतीय अधिवेशन शाला क्रीडा संगम केंद्र गौशाला मैदान में संपन्न हुआ। प्रदेशाध्यक्ष लूणेशसिंह खींची ने बताया कि अधिवेशन में खेलों से संबधित, खिलाडिय़ों की समस्याओं व शारीरिक शिक्षा संबंधित चर्चा एवं विचार विमर्श कर प्रस्ताव पारित किए गए। इसी तरह शहर के राजकीय अंध विद्यालय में राजस्थान दृष्टिहीन शिक्षक संघ का शैक्षिक सम्मेलन हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता हरदेव चौधरी ने की। संयोजक विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रकाश चंद खीची ने बताया कि सम्मेलन में पूरे राजस्थान से विभिन्न स्थानों से दृष्टिहीन शिक्षक एकत्रित हुए। सभी जिलों से आए दृष्टिहीन शिक्षकों ने अपनी समस्याएं सबके सामने रखी। साथ ही सम्मेलन में दृष्टिहीन बच्चों की पढ़ाई को और सुविधाजनक बनाने और आवश्यक बदलाव करने जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। वहीं शिक्षक संघ (अम्बेडर) का सम्मेलन नागौरी गेट स्थित महादेव गार्डन में संपन्न हुआ।
राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ का प्रांतीय अधिवेशन जिला परिषद भीलवाड़ा के सभागार में आयोजित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष हापूराम चौधरी थे, अध्यक्षता प्रदेश मुख्य सलाहकार तेजराज मेवाड़ा ने की, विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी भीलवाड़ा योगेश पारीक रहे। प्रदेश सम्मेलन संयोजक डॉ. तेजराज मेवाड़ा व सह संयोजक नारायण लाल गाडरी ने बताया कि राजस्थान के सभी जिलों से जिला अध्यक्ष, जिला मंत्री व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों ने शारीरिक शिक्षा कैडर को मजबूती प्रदान करने व खेलों के विकास के लिए अपने-अपने विचार व्यक्त किए। प्रदेश के मुख्य महामंत्री गंभीर सिंह व महामंत्री भेरू सिंह राठौड़ ने पिछले वर्ष संघ द्वारा चलाई गई गतिविधियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष हापू राम चौधरी ने कहा कि राज्य के कर्मचारियों को गैर- शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाना चाहिए। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा अन्य विषयों की भांति शारीरिक शिक्षा विषय के अंक भी परीक्षा लेकर अंक तालिका में जोड़े जाए एवं किताबें निशुल्क उपलब्ध कराई जाए। प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष गंगा सिंह ने कहा कि तृतीय श्रेणी शारीरिक शिक्षकों के स्थानांतरण राज्य सरकार को तुरंत शुरू करने चाहिए। विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी योगेश पारीक ने कहा कि शारीरिक शिक्षकों की अधिक से अधिक भर्तीयां होनी चाहिए ताकि स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों की कमी नहीं रहे।