जोधपुर। शहर के रावण का चबूतरा मैदान पर चल रहे पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में रेलवे की स्टॉल पर वर्किंग शंटिंग इंजन का मॉडल बच्चों को बेहद लुभा रहा है।उत्सव के अटल केंद्रीय पंडाल में उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल द्वारा सजाई गई स्टाल पर पुराने शंटिंग डीजल इंजन का मॉडल छोटे बच्चों के साथ बड़े बूढ़ों के भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। रेलवे के जोधपुर मंडल के वर्कशॉप में निर्मित वर्किंग शंटिंग इंजन का मॉडल 10 फिट लंबी पटरी पर रखा गया है जिसे बिजली के कनेक्शन से उत्सव समय अवधि में चलाया जा रहा है। उत्सव में पटरी पर दौड़ते इंजन को देखकर विशेष कर बच्चे अनायास ही उसे देखने के लिए स्टॉल के पास पहुंच जाते हैं और वर्किंग डीजल इंजन का मॉडल देखकर रोमांचित हो रहे हैं।दरअसल डब्लूडीएस-3 शंटिंग इंजन का कार्य रेलवे में ट्रेनों को प्लेटफार्म से वॉशिंग लाइन अथवा एक से दूसरे प्लेटफॉर्म ले जाने का है। उत्सव में प्रदर्शन के लिए रखा गया मॉडल आज भी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की शंटिंग कर रहा है। उत्सव में हूबहू इस इंजन का मॉडल अवलोकनार्थ रखा गया है जिसका नंबर 89049 भी दिल्ली वाले शंटिंग का ही है। डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जोधपुर वर्कशॉप में 1985 में रेल कर्मचारियों द्वारा बनाए गए इस वर्किंग शंटिंग इंजन का मॉडल देश की विभिन्न प्रदर्शनियों व मेलो में रखा जा चुका है तथा इसे देखकर हर कोई रोमांचित होता है। चार पहियों का इंजन करीब 10 फीट की पटरी पर बिजली कनेक्शन से रन करता है। इतना ही नहीं इंजन के भीतर बैठे लोको पायलट की प्रतिकृति देखकर भी बच्चे उत्साहित नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय कि वर्किंग इंजन का मॉडल दिल्ली के प्रगति मैदान पर आयोजित वर्ल्ड ट्रेड फेयर में काफी सुर्खियां बटोर चुका है।