जोधपुर। एक महिला अधिवक्ता पर जानलेवा हमला करने के आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है। इसको लेकर एआईएलयू और एडवा ने आज जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई। इस संबंध में कुछ दिन पहले राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन की तरफ से भी ज्ञापन सौंपा गया था।
ज्ञापन में बताया गया कि अधिवक्ता काजल उर्फ सुमित्रा चौधरी द्वारा अपने चाचा और उनके पुत्रों के खिलाफ नागौर जिले में खींवसर तहसील के ग्राम पिपलिया स्थित पैतृक संपत्ति हड़पने का मामला दर्ज करवाया गया था। इस मामले के बाद अधिवक्ता काजल उर्फ सुमित्रा चौधरी पर उसके चाचा और चचेरे भाइयों ने हमला कर गाड़ी में आग लगाने की कोशिश की। साथ ही केस को कमजोर करने और दबाव बनाने के लिए इस हमले के गवाह के खिलाफ भी झूठा मामला दर्ज करवाया गया। अब वह लोगा अधिवक्ता काजल उर्फ सुमित्रा चौधरी को धमकियां भी दे रहे है। अधिवक्ताओं ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और झूठे केस रद्द करने की मांग की। इस दौरान ज्ञापन सौंपते समय दोनों संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।