जोधपुर। पाकिस्तान से बॉर्डर क्रॉस कर जैसलमेर पहुंचे पैंथर को रेस्क्यू के बाद शनिवार को जोधपुर माचिया सफारी लेकर आए है। यहां वन विभाग की एक्सपर्ट टीम ने उसकी सेहत की जांच की। विभागीय प्रक्रिया को पूरा करने के बाद पैंथर को पाली के जवाई पैंथर क्षेत्र के अरावली की पहाडिय़ों में छोड़ दिया जाएगा।
जोधपुर वन विभाग के ट्रेंकुलाइजर बंशीलाल ने बताया कि शक्रवार को टीम जैसलमेर के जालूवाला और टावरीवाला इलाके में कमलेश विश्नोई की ढाणी में पैंथर द्वारा चार बकरियों का शिकार करने की सूचना पर पहुंची थी। यह पैंथर करीब चार महीने पहले भी भारत-पाक सीमा पर तारबंदी क्रॉस कर के आया था। इस बार टीम ने करीब दस घंटे का रेस्क्यू चलाकर पैंथर को इंदिरा गांधी नहर के पुराने नालों के अंदर पकड़ लिया। इसके बाद इसे जोधपुर लाया गया। पैंथर की उम्र करीब पांच साल है और वह पूरी तरह से एक स्वस्थ नर है। इसे अधिकारियों के आदेश पर जवाई पैंथर क्षेत्र के अरावली पर्वत माला में छोड़ दिया जाएगा।
टीम ने बताया कि पैंथर को पकडऩे का रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 10 घंटे तक चला था। पैंथर ने गुरुवार शाम को चार बकरियों का शिकार किया था। पैंथर शुक्रवार को इंदिरा गांधी नहर के पुराने नाले में करीब तीन सौ मीटर अंदर नजर आया था जहां उसे ट्रेंकुलाइज किया गया। साथ ही उसे बाहर निकालने के लिए नहर के नाले को कई जगह से खोदा गया था।