जोधपुर। वैशाख चतुर्दशी पर आज शहर में भगवान नृसिंह का प्राकट्य दिवस धूमधाम से श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। भीतरी शहर जूनी धान मंडी स्थित गंगश्यामजी मंदिर में शाम को मलूका मेला भरेगा जहां भगवान नृसिंह हिरण्यकश्यप का संहार करेंगे।
गंगशयामजी मंदिर के मुख्य पुजारी मुरलीमनोहर ने बताया कि करीब 263 साल से चली आ रही परपरा को निभाते हुए मलूका मेला आयोजित किया जाएगा। नृसिंह भगवान खब से प्रकट होकर हिरण्यकश्यम का वध कर भक्त प्रहलाद की रक्षा करेंगे। इसमें नृसिंह भगवान का मुखौटा आकर्षण खास होता है। अष्ट धातु से निर्मित मुखौटे का वजन सवा मण होता है। यह मुखौटा मंदिर में रहता है और वर्ष में केवल नृसिंह चतुर्दशी के दिन ही बाहर निकाला जाता है। मंदिर पुजारी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि पुजारी दिलीप शर्मा नृसिंह भगवान बनेंगे। मोनू शर्मा हिरण्यकश्यप और चन्द्रीप शर्मा प्रहलाद का रूप धारण करेंगे। बता दे कि गंगश्याम मंदिर में होने वाले मलूके मेले में नृसिंह भगवान का रूप मंदिर पुजारी ही धारण करते है। इसमें नृसिंह भगवान बनने वाले पुजारी का पहले इत्र-चन्दन व गंगाजल से अभिषेक किया जाता है। नृसिंह भगवान का मुखौटा पहले मंदिर में विराजित भगवान श्याम के चरणों में रखा जाता है।