जोधपुर। आफरी में अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एफडीडीआई के कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार थे। वहीं अध्यक्षता आफरी निदेशक एमआर बालोच ने की।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में जैव विविधता में होने वाली कमी से पर्यावरण एवं आम जनजीवन पर पडऩे वाले विभिन्न प्रभावों को बताते हुए जैव संरक्षण एवं संवर्धन हेतु नवाचार, नियंत्रण, सहभागिता व संरक्षण उपायों द्वारा हल बताया। आफरी निदेशक ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जैव संवर्धन के लिए वैज्ञानिक तकनीकों के साथ पारंपरिक ज्ञान के समुचित समन्वय एवं जनभागीदारी को आवश्यक बताया। विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत मुख्य वन संरक्षक उमाराम चौधरी ने अपने अनुभव साझा करते हुए पर्यावरण संरक्षण पर गीत प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में पौधारोपण किया गया। तत्पश्चात् मुख्य अतिथियों का स्वागत साफा एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया। प्रभागाध्यक्ष डॉ. संगीता सिंह ने कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय दिया। समूह समन्वयक (शोध) डॉ. तरूण कान्त ने अपने उद्बोधन में स्थापित पर्यावरण तंत्र के समुचित संरक्षण को जैव विविधता के सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान किरता राम मेघवाल, भजन लाल विश्नोई, देवाराम एवं अणदाराम बडल को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। एसीटीओ अनिल सिंह चौहान ने कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।