जोधपुर। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में छह6 दिवसीय फैकल्टी रि-ओरिएंटेशन कार्यक्रम के आयोजन के अंतर्गत शुक्रवार को वनस्थली विद्यापीठ विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अजय सुराणा ने प्रथम सत्र में शैक्षणिक- शिक्षण तकनीकी और सीखने विषय पर व्याख्यान दिया।
प्रो. सुराणा ने कहा कि शिक्षा छात्रों को ज्ञान, कौशल और मूल्यों को विकसित करने में मदद करती है। शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न शिक्षण तकनीकें और अधिगम विधियाँ उपयोग की जाती हैं। उन्होंने कुछ प्रमुख शिक्षण तकनीकी और अधिगम विधियां बताते हुए कहा कि लेक्चर मैथड सबसे प्राचीन एवं सबसे प्रभावशाली तरीक़ा है, साथ ही प्रश्नोत्तर विधि जिसमें शिक्षक और विद्यार्थियों के बीच सक्रिय संवाद होता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधि के अपने लाभ और सीमाए होती हैं, इसलिए शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे छात्रों की जरूरतों और विषयवस्तु के आधार पर उपयुक्त विधियों का चयन करें। दूसरे सत्र में प्रोफ़ेसर सुराणा ने शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में तकनीकी का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है। तकनीकी का सही उपयोग शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन को अधिक प्रभावी और आकर्षक बना सकता है। वर्तमान समय में ऑनलाइन शिक्षण, ई-लर्निंग प्लेटफार्म, इंटरएक्टिव शैक्षिक सॉफ्टवेयर, डिजिटल पाठ्यपुस्तकें और ई-बुक्स, मल्टीमीडिया प्रस्तुति, वर्चुअल लैब्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि का बहुत उपयोग हो रहा हैं। इन सभी के प्रयोग से शिक्षा को और अधिक प्रभावी, समृद्ध और समावेशी बनाया जा सकता है। कार्यक्रम के प्रारंभ में योग नेचुरोपैथी के प्राचार्य डॉ चंद्रभान शर्मा द्वारा चक्र ध्यान का अभ्यास करवाया गया। सीएच आरडी निदेशक डा राकेश शर्मा एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. राजीव खन्ना ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ में कुलसचिव प्रोफ़ेसर गोविंद सहाय शुक्ल एवं प्राचार्य प्रोफेसर महेन्द्र शर्मा ने प्रोफ़ेसर अजय सुराणा का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रोफेसर गोविंद गुप्ता, प्रो ए नीलिमा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजाराम अग्रवाल, शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. श्योराम शर्मा, मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. अरुण दाधीच, प्राचार्य होम्योपैथी महाविद्यालय डॉ. गौरव नागर, प्राचार्य योग नेचुरोपैथी डॉ. चन्द्रभान शर्मा, प्राचार्य बीएससी नर्सिंग आयुर्वेद डॉ. दिनेश राय, आयुर्वेद महाविद्यालय, होम्योपैथी महाविद्यालय, योग, नेचुरोपैथी महाविद्यालय जोधपुर, यूनानी महाविद्यालय टोंक, होम्योपैथी महाविद्यालय केकड़ी के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, स्नातकोत्तर अध्येता ऑफलाइन एवं ऑनलाइन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सपना सालोदिया ने किया।