जोधपुर। अचलनाथ महादेव मंदिर के पाटोत्सव पर आयोजित भागवत कथा में रमेश भाई ओझा के शिष्य मोहित भाई दाधीच ने भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की व्याख्या की।
उन्होंने भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की महत्ता बताते हुए तीनों की परिभाषा बताई और तीनों का अपना-अपना महत्व बताया। महंत मुनेश्वर गिरि के सान्निध्य में शिव प्रार्थना की गई। उन्होंने भागवत का महात्म्य बताया। कथा व्यास ने सुधामृत और कथा अमृत की महिमा बताई। साथ ही कृष्ण और राम नाम के भजन सुनाए गए। कथा में पंडित मांगीलाल दाधीच, शास्त्री माधव वैष्णव, राजेश दाधीच, पुखराज सारस्वत, पं. मयंक दाधीच, पं. आशुतोष पराशर, व्यवस्थापक कैलाश, प्रमोद, करण, मुकुंद शर्मा और राकेश प्रजापत ने सहयोग किया।