जोधपुर। केन्द्रीय विद्यालय सीमा सुरक्षा बल में नव नियुक्त प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (संस्कृत) का पांच दिवसीय प्रेरण पाठ्यक्रम आज से प्रारंभ हुआ।
पाठ्यक्रम सह निदेशक चंद्र प्रकाश राजावत ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में केन्द्रीय विद्यालय संगठन के चेन्नई, एर्णाकुलम, हैदराबाद और बैंगलोर संभाग के विभिन्न विद्यालयों के 59 शिक्षकञशिक्षिकाएं भाग ले रहे हैं। यह पाठ्यक्रम 11 जून तक पांच दिन चलेगा। इस पाठ्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि निवर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी एवं वरिष्ठ साहित्यकार भीखालाल व्यास एवं सारस्वत अतिथि श्री राजकीय कन्या महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के सह आचार्य हरिसिंह राजपुरोहित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पाठ्यक्रम निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. राकेश व्यास द्वारा की गई।
मुख्य अतिथि भीखालाल व्यास ने संस्कृत भाषा को संस्कार सन्निवेश से जोडऩे वाली भाषा बताया एवं संस्कृत शिक्षकों को संस्कृत माध्यम से पाठन कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया। अपने उद्बोधन में सारस्वत अतिथि हरिसिंह राजपुरोहित द्वारा संस्कृत शिक्षक-शिक्षिकाओं को पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण सहित संस्कृत समुपासना के कार्य में संलग्न होने हेतु आह्वान किया गया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. राकेश व्यास ने प्रशिक्षण स्वरूप को अभिव्यक्त करते हुए समस्त प्रतिभागियों को उत्साहपूर्वक पाठन गतिविधियों में सहभागिता हेतु प्रेरित किया। इस पाठ्यक्रम में पाबूराम विश्नोई, विनय धनावत एवं जितेंद्र शर्मा संसाधक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक रामेश्वर लाल दवे एवं संगणक शिक्षक आकीब जावेद भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण के प्रथम दिन पांच सत्र हुए। प्रथम सत्र में कोर्स डायरेक्टर डॉ. राकेश व्यास द्वारा केन्द्रीय विद्यालय संगठन शिक्षक आचार संहिता एवं चंद्र प्रकाश राजावत द्वारा अपने केन्द्रीय विद्यालय संगठन को जानें विषय पर व्याख्यान दिया गय। आरएल दवे द्वारा सुरक्षित एवं स्वस्थ विद्यालय वातावरण निर्माण, पाबूराम विश्नोई ने पाठ्यक्रम परिचय, जितेंद्र शर्मा द्वारा पाठ्यक्रम योजना शिक्षक दैनंदिनी विषय पर एवं विनय धनावत द्वारा रिफ्लेक्टिव टीचिंग विषय पर व्याख्यान दिया गया।