जोधपुर। बासनी व्यासजी की बावड़ी स्थित बालाजी मंदिर की जमीन पर चल रहे अवैध निर्माण कार्य के खिलाफ ग्रामीणों ने बुधवार को सुबह धरना दे दिया। उन्होंने यहां निर्माण कार्य को रूकवा दिया और वहीं धरना देकर बैठ गए। सूचनरा मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने रिटायर्ड पुलिस अधिकारी गोविन्द नारायण शर्मा पर मंदिर की जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व आईपीएस अधिकारी गोविन्द नारायण शर्मा के खिलाफ कुछ दिनों पूर्व जिला कलक्टर को मंदिर के महंत त्रिवेणीगिरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर मंदिर को कब्जे से मुक्त करवाने की मांग की थी। इसके बावजूद यहां निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया। मंदिर के महंत त्रिवेणीगिरी का कहना है कि यह जमीन आज से लगभग 350 वर्ष पूर्व बासनी गांव तथा तालाब (नाडी) और बालाजी की बावड़ी के नाम की है जिसकी उनके पास राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार जमाबंदी है जो उनके दादा गुरु ने 1980 में सत्यापित प्रतिलिपि निकलवाई थी। महन्त त्रिवेणीगिरी ने आरोप लगाया है कि विवादित जमीन के पूर्व आईपीएस अधिकारी गोविन्द नारायण शर्मा ने रिको से झूठे दस्तावेज तैयार करवाए है। जब रिको बासनी इंडस्ट्री एरिया का प्लान काटा तब मंदिर, गांव, बावड़ी तथा नदी की जमीन को नक्शे में छोडऩे के बाद अन्य जमीन पर फैक्ट्री का लेआउट प्लान पास किया। रिको के ले आऊट प्लान में भी मंदिर, गांव की जमीन दर्शायी हुई है।