जोधपुर। राजस्थान के पाली मारवाड़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य चरणबद्ध तरीके से प्रारंभ हो गया है। पुनर्विकास के पहले चरण में स्टेशन पर स्थित कार्यालयों को अस्थाई भवनों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
जोधपुर डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि तीव्र गति से अत्याधुनिक हो रही भारतीय रेल देश के विभिन्न स्टेशनों कायाकल्प कर रही है जिसके तहत उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल पर पाली मारवाड़ स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 295 करोड़ रुपए की लागत से संवर रहे पाली मारवाड़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास में आधुनिकता की झलक देखने को मिलेगी तथा इसे आकर्षक जन सुविधाओं के अनुकूल विकसित किया जाएगा। डीआरएम ने बताया कि स्टेशन के पुनर्विकास को चरणबद्ध तरीके से पूरा करवाया जाएगा और पहले चरण में स्टेशन पर रेल संचालन से जुड़े दफ्तरों को अस्थाई मगर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की कवायद की जा रही है जिसके स्टेशन मास्टर कार्यालय को शिफ्ट कर दिया गया है तथा टिकटघर, वेटिंग रूम, खानपान इकाइयों व पार्सल कार्यालयों को भी जल्द अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा तत्पश्चात आकर्षक और महलनुमा बिल्डिंग का मुख्य निर्माण प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि पाली मारवाड़ स्टेशन के पुनर्विकास से आने जाने वाले यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार होगा बल्कि स्टेशन सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही आधुनिक रेलवे स्टेशन से आस-पास के क्षेत्र में रोजगार के अवसर तथा इससे आर्थिक व सामाजिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी।
यह मिलेगी सुविधाएं
उन्होंने बताया कि पुनर्विकास से स्टेशन की बिल्डिंग के स्वरूप में सुधार होगा। सर्कुलेटिंग एरिया का सिरे से विकास होगा तथा दो पहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग की बेहतर सुविधा मिलेगी। नई बिल्डिंग में वेटिंग हॉल, एटीएम मशीन, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, 1613 वर्ग मीटर में भव्य एयर कोनकोर्स का निर्माण, शॉपिंग काम्प्लेक्स, एग्जीक्यूटिव लॉज, फूड कोर्ट, प्लेटफॉर्म शेल्टर, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं, 12 मीटर चौड़ाई के फुटओवर ब्रिज, विभिन्न प्लेटफार्म को जोडऩे के लिए लिफ्ट और एस्केलेटर जैसी सुविधाओं का भी प्रावधान है। पुनर्विकास के तहत स्टेशन पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर ऊर्जा का प्रावधान और बरसात के समय जल संचयन के लिए विशेष व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएगी।