जोधपुर। ईदुल अजहा (बकरीद) पर्व पारंपरिक तरीके से अकीदत व ऐहतराम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ईदगाह व मस्जिदों में सामूहिक नमाज हुई। नमाज के बाद देश-दुनिया में अमनों-चैन, शांति कायम रखने की दुआ की गई। इसके बाद एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी गई और फिर अल्लाह की राह में कुर्बानी का दौर शुरू हुआ।
जालोरी गेट स्थित बड़ी ईदगाह के वसी मैदान में आध्यात्मिक इस्लामी संस्थान दारूल उलूम इस्हाकिया के मुफ्ती ए आजम राजस्थान शेर मोहम्मद रिजवी व शहर खतीब काजी मोहम्मद तय्यब अंसारी की सरपरस्ती में ईदुल अजहा की नमाज ईदगाह मस्जिद के पेश इमाम मौलाना मोहम्मद हुसैन अशरफी ने अदा करवाई। इसके साथ ही शहर के तमाम मस्जिदों में भी इस मौके पर नमाज अदा कर मुस्लिम भाइयों ने ईद की मुबारकबाद दी। नमाज के बाद अमन चैन व भाईचारगी की दुआएं की। इस दौरान नगर निगम व पूर्व नरेश गजसिंह की ओर सेे मारवाड़ की अपणायत की गंगा जमुनी तहजीब की परम्परा को कायम रखते हुए ईदगाह मस्जिद के पेश इमाम मौलाना मोहम्मद हुसैन अशरफी व शहर खतीब काजी मोहम्मद तैयब अंसारी का गुलपोशी, मारवाड़ी साफा व बधाई संदेश के माध्यम से इस्तकबाल किया गया। ईदुल अजहा के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से मुस्लिम समुदाय के लिए शांति, आपसी सौहार्द व मुहब्बत का पैगाम को नमाज अदायगी के बाद इकबाल खान की ओर से पढक़र सुनाया गया। इस दौरान नगर निगम उत्तर की महापौर कुन्ती परिहार, पूर्व विधायक मनीषा पंवार, कांग्रेस के दक्षिण जिलाध्यक्ष नरेश जोशी, करणसिंह उचियारड़ा, ओमकार वर्मा, क्षेत्रीय पार्षद इलियास मोहम्मद, मोहम्मद अतीक, उस्ताद हाजी हमीम बक्ष, पार्षद शहाबुद्दीन, शंकर सिंह मेड़तिया सहित जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। नमाज के बाद सभी ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। वहीं नन्हें बच्चे नया लिबास पहनकर नमाज अदा करने पहुंचे। वहीं शहर की सभी अन्य मस्जिदों में भी नमाज अदा की गई और नमाज के बाद एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद भी दी गई। कुर्बानी के लिए बकरों की खरीद का दौर आज भी जारी रहा। उपनगरीय क्षेत्र गंगाणा रोड स्थित चरैखा में लगी अस्थाई बकरामंडी में बकरों की खरीद फरोख्त का क्रम जारी रहा। कुर्बानी का दौर तीन दिन तक चलता है। वहीं नई सडक़, घंटाघर, त्रिपोलिया बाजार, कटला बाजार, सरदारपुरा बी और सी रोड सहित विभिन्न मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। ईदुल अजहा की नमाज के बाद शहर के मुस्लिम भाइयों ने कुर्बानी की रस्म अपने अपने घरों में अदा की।