जोधपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार परिवार के संगठन सक्षम का स्थापना दिवस डॉॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में मनाया गया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता चंद्रशेखर राष्ट्रीय संगठन मंत्री सक्षम ने कहा कि दिव्यांगों में विशेष योग्यता और विशेषता होती है, उन्हें प्रोत्साहन करना चाहिए। इसके लिए पहले योग्यताओं को पहचाने और फिर उसको प्रोत्साहन दें। दिव्यांगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलम्बन एवं सामाजिक विकास को सुनिश्चित करने हेतु यह संगठन अपने स्थापना काल 20 जून 2008 से ही निरन्तर प्रयत्नशील है। सक्षम का यह वैशिष्ट्य है कि इस संगठन में दिव्यांग और सकलांग दोनों मिलकर एक साथ दिव्यांगों को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने के लिए निरन्तर प्रयत्नशील है। सक्षम एक ऐसे वातावरण के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है जहां दिव्यांगजन सामाजिक, व्यावहारिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक इत्यादि जीवन के विविध क्षेत्रों में समरसता का अनुभव करें तथा स्वावलम्बन आत्म सम्मान तथा गरिमा के साथ जीवनयापन कर सकें एवं राष्ट्र के पुनर्निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन कर सकें।
सक्षम के सात आयाम
उन्होंने बताया कि सक्षम के प्रमुख सात प्रकोष्ठ, सात आयाम, और सात अनिवार्य कार्यक्रम का होते हैं। आरपीडब्ल्यूडी एक्ट-2016 के अंतर्गत आने वाली समस्त 21 प्रकार की दिव्यांगताओं को कार्य सुविधा की दृष्टि से सात प्रकोष्ठों में विभाजित किया गया है। इसके अतिरिक्त सक्षम के सात आयाम महिला, युवा, कला, क्रीड़ा, रोजगार, पक्ष समर्थन और अनुसंधान आयाम हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का मूल्यांकन उसकी शारीरिक अक्षमता के आधार पर नहीं अपितु अंतर्निहित क्षमताओं के आधार पर किया जाना चाहिए।
कई लोगों का सम्मान
कार्यक्रम में जोधपुर में दिव्यांग के क्षेत्र में कार्य करने वाली प्रमुख संस्थाओं को सम्मानित किया गया जिसमें मूक बधीर विद्यालय माता के थान के सोहनलाल जैसलमेरिया, राजकीय अंध विद्यालय के प्रकाश खींची, नेत्र ज्योति विकास संस्थान, शशि जैन, सुचेता कृपलानी शिक्षा निकेतन माणकलाव के भेरूसिंह तथा हाल ही में केंद्र सरकार के वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र डीआरडीओ में सरकारी सेवा में लगे बलराम एवं अभिषेक को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हरदयाल वर्मा, नवल किशोर डागा, किशोर सोलंकी, मुकुंजी राजपुरोहित, डॉ. राघव शर्मा, डॉक्टर देवेश जोहरी, डॉ. अनिल बिश्नोई, डॉ. चंद्रकला गोस्वामी, हरविंदर, डॉ. अरविंद जोशी, हेमराज, राधा कृष्ण प्रजापत, विष्णु माल आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।