जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग की शोधार्थी सुचिता सिंह को एसेसमेंट ऑफ एम्बिऐट एयर क्वालिटी ऑफ जोधपुर (राजस्थान) इन रिलेशन टू वेरियस एन्थ्रोपोजिनिक एक्टिविटीज विषय पर शोध के लिए पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।
उन्होंने अपना शोधकार्य डॉ. पुनीत सारस्वत के निर्देशन में पूर्ण किया। उन्होंने अपना शोध कार्य जोधपुर के तीन विभिन्न क्षेत्रों में 28 माह तक किया। इस अवधि में औद्योगिकी क्षेत्र सर्वाधिक, राजमार्ग के किनारे मध्यम तथा रहवासी क्षेत्र कम प्रदूषित पाए गए। ऋतु अनुसार, उच्चतम प्रदूषण स्तर शीत ऋतु तथा निम्नतम स्तर वर्षा ऋतु के दौरान पाया गया। बढ़े हुए प्रदूषण स्तर के लिए मानव जनित (उदाहरण-वाहनों एवं औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाला धुआं) मुख्य प्रदूषण कारक बताए गए।