जोधपुर। जोधपुर रेल मंडल के उपनगरीय रेलवे स्टेशन राई का बाग पैलेस जंक्शन के नाम को लेकर राईका देवासी समाज के हजारों लोग सडक़ पर उतर आए। उन्होंने राई का बाग रेलवे स्टेशन का नाम सुधारने की मांग को लेकर शहर की सडक़ों पर राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उन्होंने शहर में रैली निकाली और कलेक्ट्रेट होते हुए रेलवे स्टेशन राई का बाग पैलेस जंक्शन भी पहुंचे। उन्होंने कलेक्ट्रेट के बाहर पड़ाव भी डाला।
दरअसल रेलवे की ओर से जोधपुर के राईका रेलवे स्टेशन के नाम में परिवर्तन कर उसे राई का बाग कर दिया गया है। इसको लेकर देवासी समाज अपना विरोध जता रहा है और स्टेशन के नाम फिर से सुधार करने की लगातार मांग कर रहा है। इसको लेकर समाज के पदाधिकारियों द्वारा केंद्र व राज्य सरकार के कई मंत्री व अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जा चुका है। इस मामले में कोई सुनवाई नहीं होने पर समाज की ओर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। सोमवार को प्रदेशभर से हजारों की संख्या में आए समाज के लोग मेडिकल चौराहे पर जमा हुए। यहांं से सभी लोग विरोध रैली के रूप में 12वीं रोड, पांचवी रोड, जालोरी गेट, नई सडक़ होते हुए राई का बाग रेलवे स्टेशन व कलेक्ट्रेट तक पहुंचेे। यहां स्टेशन के नाम राईका बाग ही रखने की मांग उठाई गई।
आंदोलन समिति के अध्यक्ष कपूर राईका ने बताया कि राईका बाग रेलवे स्टेशन को उनके समाज के आसूराम राईका के कारण मिला नाम था लेकिन वर्तमान सरकार ने राईका बाग रेलवे स्टेशन का नाम राई का बाग कर दिया। बाग रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के बाद से ही करीब दो साल से राईका समाज आंदोलनरत है लेकिन जिला प्रशासन, रेलवे प्रशासन और राज्य सरकार तथा केन्द सरकार इस समाज की कोई सुनवाई कर रही है। समाज के वीर रिडमल राईका इतिहास एवं संस्कृति संरक्षण संस्था के सचिव सुखाराम, कर्पूराराम और लालसिंह ने राईका ने बताया कि अब समाज पत्र व्यवहार करने की बजाय आंदोलन की राह अपना रहा है जिससे की गूंगी बहरी सरकार इतिहास के साथ हो रहे इस खिलवाड़ पर जागकर अपनी गलती को सुधार करेगी।