जोधपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर ने तीन नए अधिनियमित आपराधिक कानूनों भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के बारे में जानकारी प्रसारित करने के उद्देश्य से एक पोस्टर प्रस्तुति और वॉक-इन क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की।
कार्यक्रम में संस्थान के विद्यार्थी, संकाय सदस्य और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्ण भाग लिया। पोस्टर प्रस्तुति में तीनों कानूनों के विस्तृत दृश्य सारांश और विश्लेषण प्रदर्शित किए गए, जिससे प्रतिभागियों को उनके प्रमुख पहलुओं और बारीकियों का पता लगाने के लिए एक आकर्षक मंच मिला। वॉक-इन क्विज़ प्रतियोगिता में नए पेश किए गए कानूनों के बारे में प्रतिभागियों के ज्ञान का परीक्षण किया गया जिससे विधायी परिवर्तनों की गहरी समझ को बढ़ावा मिला। आईआईटी के निदेशक प्रो. अविनाश कुमार अग्रवाल ने कानूनी शिक्षा और जागरूकता को सुविधाजनक बनाने में शैक्षणिक संस्थानों के महत्व पर जोर दिया। इसी के साथ इंटरैक्टिव सत्र में खुले मंच और चर्चाओं से प्रतिभागियों को नए कानूनों के महत्व और व्यावहारिक निहितार्थों पर कानूनी विशेषज्ञों और साथियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। इससे पहले, संस्थान के कानूनी प्रकोष्ठ ने इस विषय पर दो वेबिनार भी आयोजित किए। एक वेबिनार में उच्चतम न्यायालय के वकील गगन नारंग ने नए आपराधिक कानूनों और न्यायिक प्रणाली में उनकी प्रयोज्यता के बारे में गहन जानकारी दी। दूसरे सत्र के दौरान राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय जोधपुर के सहायक प्रोफेसर रंजीत थॉमस ने अकादमिक दृष्टिकोण से नए कानूनों के बारे में अंतर्दृष्टि साझा की।