जोधपुर। मानसून की दस्तक के बाद भी शहर के अधूरे बरसाती नालों और बदहाल ड्रेनेज सिस्टम के कारण कई बस्तियोंं में खतरा मंडरा रहा है। मानसून की पहली महज डेढ़ इंच की बारिश में ही एयरपोर्ट नाले मेें एक युवक के डूबने से शहरवासियों को चिंता सताने लगी है कि अगर लगातार तेज बारिश आई तो अंजाम क्या होगा। मंडोर रोड पर रामा की प्याऊ के निकट स्थित इंदिरा कॉलोनी भी इस मानसून में खतरे की जद में है।
नगर निगम उत्तर के वार्ड नंबर 53 स्थित करीब पांच सौ से ज्यादा घरों की आवासीय बस्ती इंदिरा कॉलोनी में मंडोर की पहाडिय़ों से होकर गुलाब सागर जाने वाली रियासतकालीन नहर है। निगम प्रशासन ने दावे किए है कि शहर की सारी नहरों की सफाई और क्षतिग्रस्त नालों व सीवरेज लाइनों की मरम्मत कर दी गई है जबकि इंदिरा कॉलोनी से गुजरने वाली नहर मलबे से डटी पड़ी है और नहर से कुछ दूरी पर धोबी घाट की ओर जाने वाले सडक़ मार्ग के मुहाने पर सीवरेज लाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है। तय है कि अगर लगातार तेज बारिश आई तो मलबे में डटी नहर ओवरफ्लो होगी, जिससे बरसाती पानी की निकासी के अभाव में इंदिरा कॉलोनी जलमग्न हो जाएगी, वहीं गटर लाइन के धंसने से किसी संभावित हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार वार्ड पार्षद अरविंद गहलोत को कॉलोनी की समस्या से अवगत करवाया, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्होंंने कभी भी कॉलोनी की सुध नहीं ली। उन्होंने चेतावनी दी है कि दो दिन के भीतर अगर नहर की सफाई और क्षतिग्रस्त सीवरेज लाइन की मरम्मत नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।