जोधपुर। फ़लवृद्धि पाश्र्वनाथ तपागच्छ संघ दाधीच नगर में आचार्य तत्वदर्शन सूरिश्वर का आगमन हुआ। जहां पर राम नगर में स्थित उपाश्रय में गुरुवर ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए चिंता नहीं चिंतन करने की सलाह देते हुए अपने मन पर काबू पाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हमें डिस्टर्ब एवं डायनेमिक नहीं रहना है। जीवन में आ रही समस्याओं को डाइल्यूट करने की आदत डालनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि समाधान में ही समाधि है। उन्होंने मनुष्य जन्म बहुत ही दुर्लभ है। पारसमणी के समान है। मन से ही सारे मनोरथों की पूर्ति होती है। उन्होंने क्रोध पर काबू पाने के भी समीक्षा करते हुए इसे भयंकर दावानल बताते हुए इसकी भीषणता की चपेट में न आने के उपाय बताते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं से ज्यादा से ज्यादा सिद्धि तप आराधन में जुडऩे का भी आह्वान किया। संघ के चेतन एवं विक्रम बागरेचा ने बताया कि गुरुदेव के आह्वान पर कईयों ने चातुर्मासिक काल में सिद्धि तप करने हेतु संकल्प लेते हुए गुरुदेव से आशीर्वाद प्राप्त किया। इससे पूर्व आशीष, अर्णव एवं आरव मेहता परिवार ने गुरुदेव का ढोल नगाड़ों के साथ सामैया किया। संघ की ओर से गुरुदेव को कांबली ओढ़ाई गई।